शहर में दूर होगी पार्किंग की समस्या, पांच पार्किंग का प्रस्ताव शासन को भेजा




नवीन चौहान.
हरिद्वार। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल की अध्यक्षता में मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में रोड़ी बेलवाला क्षेत्र को पार्किंग हाॅकर जोन तथा ग्रीन स्पेस के रूप मं विकसित किये जाने के लिए हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण के अन्तर्गत निर्माण कार्यों हेतु स्थल चयन समिति की बैठक आयोजित हुई।

जिलाधिकारी ने बैठक में हरिद्वार में विभिन्न पार्किंग स्थल विकसित किये जाने के सम्बन्ध में अधिकारियों के साथ विस्तृत विचार-विमर्श किया, जिसमें बताया गया कि तहसील हरिद्वार में 68 कार तथा 96 दोपहिया वाहन, सिटी मजिस्ट्रेट आफिस के पास 136 कार तथा 96 बाइक, ललताराव पुल के पास 98 कार, टिबरी में 105 कार तथा 96 बाइक, तहसील रूड़की में 91 कार तथा 96 बाइक क्षमता वाली पार्किंग विकसित करने के सम्बन्ध में प्रस्ताव शासन को प्रेषित कर दिया गया है।

बैठक में जिलाधिकारी को रोड़ी बेलवाला में आधुनिक सभी सुविधाओं से युक्त पार्किंग स्थल विकसित किये जाने के सम्बन्ध में सम्बन्धित फर्म ने विस्तार से प्रस्तुतीकरण देते हुये बताया कि यह पार्किंग स्थल प्रापर ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान को ध्यान में रखते हुये विकसित किया जायेगा, जिसमें वाहनों के प्रवेश तथा निकास की विशेष व्यवस्था होगी।

रोड़ीबेलवाला पार्किंग स्थल में 350 बस, 700 कार, 700 दोपहिया वाहनों के साथ-साथ 200 आटो-रिक्शा पार्क करने की क्षमता होगी। पार्किंग स्थल के चारों तरफ फूलदार पेड़ लगाने के साथ ही प्रकाश की पूरी व्यवस्था, पैदल यात्रियों को इधर-उधर जाने के लिये पर्याप्त स्पेस वाले मार्ग, प्रापर वैण्डिंग जोन विकसित करना, ईटीपी की व्यवस्था, पब्लिक काम्पलेक्स की सुविधा, रोड तथा हाईवे के अनुसार लैण्डस्केपिंग करना, कुम्भ, कावंड़ मेला आदि के दृष्टिगत क्राउड मैंनेजमेंट का पूरा ध्यान रखा जायेगा। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि इसका प्रस्ताव प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें।

डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने बैठक में पन्तदीप व चमकादड टापू का उल्लेख करते हुये कहा कि इन स्थलों का बड़े-बड़े स्नान पर्वों में हमेशा प्रयोग किया जाता है। इन स्थलों में प्रायः यह देखने में आ रहा है कि यहां साफ-सफाई उचित ढंग से नहीं हो पाती है, चारों तरफ पालीथिन बिखरी रहती है तथा जल भराव की समस्या भी बनी रहती है, जिससे देश-विदेश से यहां आने वाले श्रद्धालुओं पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

इसको देखते हुये पन्तदीप व चमकादड टापू स्थलों को भी रोड़ीबेलवाला की तर्ज पर विकसित करने के सम्बन्ध में अधिकारियों को प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर उपाध्यक्ष एचआरडीए अंशुल सिंह, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल, सचिव एचआरडीए उत्तम सिंह चौहान, एमएनए दयानन्द सरस्वती, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण सुरेश तोमर, एसडीएम पूरण सिंह राणा, सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।



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