नवीन चौहान
उत्तराखंड के जौनसार में प्रेेम की गंगा बह रही है। जिसके चलते यहां के लोग एक दूसरे पर बहुत भरोसा करते है। कलयुग के इस दौर में जब कुर्सी को लेकर अक्सर विवाद के किस्से सुनने को मिलते है। इसी दौर में गांव वाले प्रेम पूर्वक अपने प्रधान का का सर्व सम्मति से चयन करते है। इस बार गांव वालों ने 36 साल की सुचिता रावत को अपना प्रधान चुना है। सुचिता भी गांव वालों के भरोसे को जीतने के लिए भरसक प्रयास करने का विश्वास दे रही है।
बुधवार को चकराता प्रखंड के पास पंचायत गोठाड़ में निर्विरोध ग्राम प्रधान का चयन किया गया। अब तक गोठाड़ समेत क्षेत्र को पांच ग्राम पंचायतो में सर्वसम्मति से लोग प्रधान का चयन कर चुके हैं। ग्रामिणों ने ग्राम प्रधान पद पर 36 वर्षीय सुचिता रावत पत्नी मनवीर सिंह रावत का चयन किया है। स्नातक तक शिक्षा ग्रहण कर चुकी सुचिता काफी लंबे समय से सामाजिक कार्यो में सक्रिय हैं। गांव में करीब 300 लोगों की आबादी निवास करती है। राज्य गठन के बाद से ही यहां के लोग निर्विरोध रूप से ग्राम प्रधान का चयन करते आ रहे हैं। यह तीसरा मौका है जब गांव में सर्वसम्मति से ग्राम प्रधान का चयन किया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि सुचिता स्नातक तक पढ़ी लिखी है। वह सरकारी योजनाओं को बखूवी समझती है। गांव का विकास करना अब इनके हाथों में है। गांव के बच्चों को भी शिक्षित करने का काम करती है। ऐसे में ग्रामीणों को वह इस पद के लिए सुयोग्य उम्मीदवार लगी। वीर सिंह रावत, संतराम सजवाण, केदार सिंह रावत, बाबूराम डोभाल, सूरत राम डोभाल, रमेश डोभाल, सुरेश वर्मा आदि ने सुचिता को बधाई दी। बताते चले कि गोठाड़ से पूर्व ग्राम पंचायत कुनावा, भंजरा, ककाडी और कनबुआ में भी लोग सर्वसम्मति से निर्विरोध ग्राम प्रधान का चयन कर चुके है। हालांकि सियासत की पराकाष्ठा के चलते ऐसे किस्से कम ही होने लगे है। लेकिन फिर भी इस गांव के लोग बधाई के पात्र है।