सोनी चौहान
उत्तराखण्ड पुलिस ने नकली नोट छापने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने 2 आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी व्यक्तियों के पास से छ लाख उनचास हजार रूपये और दो प्रिंटर, चार प्रिंटिंग कार्टेज, एक पिस्टल और चार जिंदा कारतूस व एक बुलेट मोटरसाइकिल बरामद की गयी है। सख्ती से पूछताछ पर अरोपियों ने बताय कि वे दोनो संजय शर्मा के साथ मिलकर इस कार्य को अन्जाम देते है। नकली नोटो को छापने का धंधा संजय शर्मा के घर से किया जा रहा था। बताते चले कि इस धंधे का मास्टरमाइंड संजय शर्मा है जो कि अभी फरार है।
उत्तराखण्ड पुलिस को सूचना मिली कि दो लड़के नकली भारतीय करेंसी को लेकर देहरादून आ रहे हैं जो कि नकली करेंसी का व्यापार करते हैं सूचना मिलने पर पुलिस ने चेकिंग अभियान के दौरान दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पता चला है कि दोनो आरोपी यूपी के रहने वाले हैं पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वह दिल्ली से नकली करेंसी छाप कर उत्तराखण्ड में व्यापार करने के लिए आए थे। और यह नकली नोट छापने का कार्य दिल्ली में संजय शर्मा के घर पर किया जाता है। आरोपियों ने बताया कि संजय शर्मा इन्हें 2 महीने पहले दिल्ली में मिला था जिसके बाद तीनों मिलकर नकली नोट बनाने का धंधा करने लगे। बताया कि हम ने अभी तक लगभग 10 से 12 लाख रुपये मार्किट में चला चुके है। पुलिस द्वारा आरोपियों के अन्य आपराधिक इतिहास की जानकारी ली जा रही है।