नवीन चौहान
कोरोना संक्रमण की आपदा की घड़ी में सरकार के सहभागी बनकर जनता की सेवा कर रहे मां मंशा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष व निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज का संकल्प है कि कोई गरीब भूखा नही सोयेंगा। इसी संकल्प अभियान को पूरा करने के लिए वह प्रतिदिन हजारों कुंतल राशन गरीबों के घरों में भिजवा रहे है। इसके अतिरिक्त राज्य सरकार और केंद्र सरकार को मिलकार करीब एक करोड़ से अधिक की धनराशि भेज चुके है। एक तपस्वी संत की ये मुहिम आपदा के वक्त में जनता को मुसीबत से उबारने में काफी उपयोगी साबित हो रही है।
कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन का करीब एक महीने से अधिक हो गया। मजदूर वर्ग व निराश्रितों की हालत खराब हो गई। राज्य सरकार की ओर से की जा रही तमाम व्यवस्थाएं नाकाफी थी। जिसके लिए समाजसेवी संस्थाओं और संतों को आगे आने की जरूरत थी। इस आपदा के वक्त में निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी जी महाराज आगे आए। उन्होंने अपने दोनों हाथों से सेवा संकल्प को पूरा करना शुरू किया। एक हाथ सरकार की अर्थव्यवस्था के लिए तो दूसरे हाथ से गरीबों को राशन पहुंचाने में लगाया। जिसके बाद से मंशा देवी मंदिर ट्रस्ट व निरंजनी अखाड़े की ओर से शुरू किए गए सेवा अभियान के अंतर्गत जनपद के सभी क्षेत्रों में प्रशासन के सहयोग से जरूरतमंदों तक निरंतर खाद्य सामग्री पहुंचानी शुरू की गई। जो अनवरत जारी है। जनप्रतिनिधियों की मांग पर गरीबों में वितरण के लिए खाद्य सामग्री उपलब्ध करायी जा रही है। इसके अलावा तमाम व्यापारी संगठनों व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के माध्यम से भी जरूरतमंदों की मदद की जा रही है। श्रीमहंत रविन्द्रपुरी ने बताया कि ज्वालापुर के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों, शिवालिकनगर नगर पालिका क्षेत्र, कनखल, उत्तरी हरिद्वार आदि इलाकों में भी खाद्य सामग्री के ट्रक भिजवाए गए हैं। जनपद की चारों तहसीलों में वितरण के लिए प्रशासन को दो हजार राशन किट उपलब्ध करायी गयी हैं। श्री गंगोत्री धाम के दुर्गम इलाकों में रहने वालों की सहायता के लिए धाम के रावल के माध्यम राशन भिजवाया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार करने में जुटे दुनिया भर के वैज्ञानिकों को जल्द सफलता मिले इसके लिए मां मंशा देवी व गंगा मैय्या के निमित्त प्रतिदिन विशेष अनुष्ठान भी किया जा रहा है। इस अवसर पर निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी, मंशा देवी मंदिर के मुख्य ट्रस्टी प्रदीप शर्मा, अनिल शर्मा, स्वामी दिगम्बर राजगिरी, महंत बलवीर पुरी, महंत डोगर गिरी, स्वामी आशुतोष पुरी आदि ने विश्व शांति के लिए गंगा मैय्या से प्रार्थना की।