गगन नामदेव
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की सरकार में मंत्री जी को मलाईदार विभाग नहीं मिले तो कार्यकर्ताओं में निराशा छा गई। कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी कि इस बार सावन बरसेगा। लेकिन सावन तो सूखे जाने के आसार है। तीरथ सिंह रावत के मजबूत इरादे और पारदर्शी सरकार में वैसे भी माफियाओं की पौ बारह होने वाली नही है।
बताते चले कि उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन हुआ है। हाल ही के दिनों में भाजपा के विधायकों के असंतोष के बाद भाजपा हाईकमान ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर नए मुख्यमंत्री के तौर पर तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड सरकार की जिम्मेदारी दी। नई केबिनेट का विस्तार हुआ तो चार विधायकों की भी लगे हाथ लाटरी लग गई। उनको भी मंत्रीमंडल में शामिल कर लिया गया। बस तभी से मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने के विभाग वितरण को लेकर सभी की निगाहे जमी थी। उम्मीद थी कि त्रिवेंद्र सरकार के मंत्रियों के विभागों में फेरबदल किया जायेगा। लेकिन कुछ खास परिवर्तन देखने को नही मिला। सभी महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने खुद की संभाल ली। इसी के साथ तीरथ सिंह रावत ने अपनी काबलियत को साबित किया है। वह उत्तराखंड में पारदर्शिता और भ्रष्टाचार को रोकने की दिशा में पूरी तरह से संजीदा है।