नवीन चौहान.
मोरातारा ज्यूलरी शोरूम के मालिक निपुण मित्तल पर कातिलाना हमला करने वाले बदमाशों में शामिल और मुख्य साजिशकर्ता ओबीसी बैंक का बर्खास्त क्लर्क निकला। पुलिस ने जब उसकी कुंडली खंगाली तो पता चला कि वह डकैती की एक घटना में जेल जा चुका है।
पुलिस के मुताबिक मुख्य साजिशकर्ता प्रदीप चौहान पुत्र सुरेश सिंह नि0 नवादा चौहान थाना नहटौर जिला बिजनौर उ0प्र0 का रहने वाला है। प्रदीप की उम्र 29 वर्ष है। प्रदीप इस घटना का मुख्य साजिशकर्ता है जो पहले वर्ष 2015 में थाना प्रेमनगर देहरादून से अपने सगे भाई अंकित व एक अन्य अभियुक्त के साथ डकैती के मामले में जेल जा चुका है। प्रदीप इण्डस्ट्रीयल कैमेस्ट्री से एम0एस0सी0 है और पूर्व में ओरियन्टल बैंक ऑफ कॉमर्स बुद्ध बाजार मुरादाबाद में कर्लक के रूप में काम कर चुका है।
प्रदीप के बारे में जब वर्ष 2015 में डकैती में सम्मलित होने की जानकारी बैंक अधिकारियों को लगी तब उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। नौकरी से बर्खास्त होने के बाद प्रदीप द्वारा धोखाधडी व अन्य आपराधिक घटनाओं से पैसा कमाया जा रहा था। प्रदीप द्वारा बताया गया कि इस घटना को अन्जाम देने के लिये उसने 6 लाख रूपये खर्च किया। जिसमें 40 हजार की एक पिस्टल व 10-10 हजार के 02 तंमचे खरीदे। घटना को अंजाम देने और बाद में छिपने के लिए कनखल में किराये पर दो फ्लैट व उत्तम नगर दिल्ली में किराये पर एक फ्लैट लिए थे।
गिरफ्तारी के दौरान प्रदीप से घटना में प्रयुक्त .32 बोर पिस्टल व 04 कारतूस बरामद हुये। पूछताछ पर अभियुक्त ने बताया कि देहरादून प्रेमनगर में हुई घटना में उसपर कोर्ट में मुकदमा चल रहा है, जिसमें उसके वारण्ट निकल रखे हैं देहरादून पुलिस बार-2 मेरे बिजनौर स्थित घर पर दबिश दे रही थी। मैं उपरोक्त मामले के वादी से समझौता करना चाहता था, जिसके लिये 50-60 लाख रूपये की जरूरत थी। इसपर उसने अपने गॉव के लडकों को मकसद बताकर तैयार किया।
पत्नी के लिए चेन और कुंडल खरीदने के बहाने की रैकी
गिरफ्तार प्रदीप ने पूछताछ में यह भी बताया कि मोरातारा शोरूम की रैकी करने के लिए उसने एक चैन व कुण्डल अपनी पत्नी के लिये 2 महीने पहले खरीदे थे। जिसके डिब्बे पर वादी व उसके शोरूम के मोबाईल नम्बर अंकित थे। इन्हीं नंबरों का इस्तेमाल उसने फिरोती मांगने में प्रयोग किया था। उसने कुख्यात सुनील राठी के नाम पर ये रंगदारी मांगी थी।