दून वैली में सभी किताब और स्टेशनरी की दुकानें आज बंद




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न्यूज 127.
प्रशासन द्वारा बुक सेलरों पर की गई कार्रवाई और उनकी दुकानों को बिना किसी कारण और पूर्व नोटिस के सील किये जाने से दून घाटी के सभी व्यापारियों और बुक सेलरों में कार्रवाई के प्रति गुस्सा है। इस कार्रवाई के विरोध में आज समस्त बुक्स एवं स्टेशनरी की दुकानें विरोध स्वरूप बंद रहेंगी।

दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल और दून घाटी बुक सेलर एसोसिएशन के व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन द्वारा जिस प्रकार कई बाजारों में किताबों की दुकानों को सील करने का काम किया गया उसका विरोध दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल एवं दून घाटी बुक सेलर एसोसिएशन करता है। इस प्रकार से व्यापारियों के उत्पीड़न करने पर कड़ी निंदा के साथ साथ कड़ा विरोध भी दर्ज करता है। इसका विरोध कल समस्त बुक स्टेशनरी की दुकानों को बंद रख कर किया जाएगा। पंकज मैसोंन और रणधीर अरोड़ा का कहना है कि जब तक प्रशासन द्वारा व्यापारी की दुकानों को पुनः नहीं खोला जाएगा और उन पर से मुकदमे वापस नहीं लिए जाएंगे तब तक समस्त बुक्स और स्टेशनरी की दुकानों बंद रहेंगी।

मंगलवार को डिस्पेंसरी रोड, राजपुर रोड एवं सुभाष रोड पर कई दुकानों को प्रशासन द्वारा बिना किसी सूचना एवं बिना किसी आधिकारिक ऑर्डर के एकतरफा कार्यवाही करते हुए भारी पुलिस बल को लाकर जबरदस्ती दुकानों को सील कर दिया। जिस पर दुकानदारों द्वारा दुकानें सील करने की वजह पूछी गई तो ना तो कोई ऑर्डर दिखाए गए और ना ही कोई पुख्ता दस्तावेज दिखाया गया और दुकानों को सील करके चले गए।

व्यापारी नेताओं ने कहा कि शहर के प्रतिष्ठित व्यापारियों के साथ इस प्रकार का व्यवहार करना बहुत ही निंदनीय है किताबों का व्यवसाय करने वाला दुकानदार अपनी रोज़ी रोटी कमाने के लिए पूरा साल ख़ाली बैठता हैं और अप्रैल के समय में ही उसका थोड़ा बहुत कारोबार चलता है जिससे वह अपना वा अपने परिवार का भरन पोषण करता है। ऐसे समय पर दुकानें सील करने का कार्य करना बहुत ही निंदनीय है जिसका व्यापार मंडल कड़ा विरोध करता हैं।

दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष पंकज मैसोंन एवं दून घाटी बुक्स सेलर एसोसिएशन के अध्यक्ष रणधीर अरोड़ा एवं समस्त बुक्स विक्रेताओं की सहमति से यह निर्णय लिया गया है की दिनांक 01/04/2025 को जिन दुकानों पर प्रशासन द्वारा सील लगवायी गई है ओर उन पर बेबुनियादी मुकदमें दर्ज किए गए है उन्हें प्रशासन द्वारा वापस लिए जाए और सील की गई दुकानों को पुनः खोला जाए।

व्यापारियों की बैठक में निर्णय लिया गया कि किताबों की दुकानों पर की गई कार्रवाई के विरोध में 2/4/2025 को समस्त किताब विक्रेता अपने प्रतिष्ठान विरोध स्वरूप बंद रखेंगे और प्रशासन से माँग करेंगे की अगर 3/4/2025 तक हमारे दुकानदारों की दुकान नहीं खुलवायी गई और जो बेबुनियाद मुकदमे व्यापारी पर किए गए है वापस नहीं लिए गए तो इसके बाद अनिश्चितकालीन तक अपने प्रतिष्ठान बंद करके कड़ा विरोध दर्ज करवायेंगे

अगर तब भी प्रशासन द्वारा हमारी इन बातों को नहीं माना गया तो समस्त देहरादून के बाजारों को बंद करने का आह्वान किया जाएगा। और प्रशासन के उन अधिकारियों के ख़िलाफ़ हल्ला बोला जाएगा जो इस प्रकार की बेवजह कार्यवाही कर आम व्यापारी का उत्पीड़न करने का काम कर रहे हैं जो की व्यापारी कतई बर्दाश नहीं करेगा।

इस अवसर पर सचिव रवींद्र बडोनी, प्रदीप अग्रवाल, सुधीर कुमार जैन, राजीव, विनय अग्रवाल, शैलेन्द्र चंदना, नरेंद्र छाबड़ा, शिव जिंदल, कमल बढ़ौनी, नवीन अग्रवाल , रमेश सिंह, अश्वनी मोहन, पंकज जैन, प्रयाग सुनेजा, नरेंद्र कुमार, विनय कुमार गोयल, अक्षत जैन अन्य कई व्यापारी गण मौजूद रहे।