न्यूज 127.
पुलिस ने विवेक हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा किया है। हत्यारा कोई और नहीं उसका सगा जीजा निकला। हत्या से पहले आरोपी जीजा ने अपने साले के साथ शराब पी और फिर उसे दुल्हैड़ा के रास्ते पर ले जाकर गोली मार दी। आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए फूलप्रूफ प्लान तैयार किया था, लेकिन पुलिस से खुलासा कर उसे गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी सिटी ने प्रेसवार्ता कर घटना के खुलासे के बारे में जानकारी दी।
21 अगस्त को मिला था विवेक का शव
बतादें के 21 अगस्त की सुबह 07 बजे ग्राम दुल्हैडा गांव के रजवाहे की पटरी पर एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जब उसकी शिनाख्त करायी तो उसकी पहचान विवेक पुत्र योगेंद्र सिंह निवासी कुसेडी, हाल निवासी डिफेंस एनक्लेवे के रूप में हुई। विवेक मॉडलिंग करता था।
गर्ल फ्रेंड और दोस्तों से की पूछताछ
घटना के खुलासे के लिए पुलिस ने मृतक विवेक की गर्ल फ्रेंड और दोस्तों से भी पूछताछ की, लेकिन उनसे कोई सफलता घटना के खुलासे में नहीं मिली। गर्ल फ्रेंड ने बताया था कि वह पिछले करीब 9 महीने से विवेक से बात नहीं कर रही है। जांच पड़ताल के बाद पुलिस का शक विवेक के सगे जीजा तनुज पर गया। तनुज 6 वाहिनी पीएसी में चालक के पद पर तैनात है। शक के आधार पर जब तनुज को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने हत्या का सच उगल दिया। उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया तमंचा भी बरामद कर लिया गया है।
संपत्ति के लालच में की साले की हत्या
पुलिस के मुताबिक पूछताछ में तनुज कुमार ने बताया कि विवेक अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था। उसकी मां के नाम करीब 40 बीघा गांव में जमीन थी, जिसमें से करीब 40 बीघा जमीन विवेक ने बेच दी थी। विवेक ने 15 लाख रूपये अपने जीजा को उधार दिये थे, अब वह उन पैसों का तकादा कर रहा था। जो जमीन बची थी उसे भी विवेक बेचना चाहता था, जिसका तनुज ऐतराज कर रहा था। इसी लिए उसने विवेक को मारने की योजना बनायी।
ऐसे दिया हत्या को अंजाम
पूछताछ में आरोपी तनुज ने बताया कि योजना के तहत दिनांक 20.08.24 वह अपने घर से करीब 17.39 बजे अपनी निजी कार से डयूटी के लिए निकला। समय करीब 17.52 बजे से 18.51 बजे तक डयूटी पर रहा। 6वीं बटालियन पीएसी मेरठ से समय करीब 19.00 बजे वह बाहर निकला और 19.00 बजे से 19.45 बजे तक एनएच 58 पर अपने साले विवेक का इन्तजार करता है। विवेक घर से 19.42 बजे पर निकला। वह हाइवे पर करीब 20.00 बजे अपने जीजा से मिला।
पहले पी शराब, फिर ले गया क्राइम स्पॉट पर
तनुज अपने साथ विवेक को लेकर पहले सुभारती यूनिवर्सिटी की ओर गया वहां विवेक के साथ तनुज ने शराब पी। शराब की बोतल तनुज पहले से ही अपने साथ गाडी में रखकर लाया था। उसके बाद तनुज विवेक को लेकर सिवाया टोल की ओर गया। रास्ते में दोनों के बीच कुछ कहासुनी हुई। तनुज पूर्व से अपनी योजना के अनुसार विवेक को लेकर दुल्हैडा रजवाहे पर घटनास्थल पर पहुँचा। वहां पेशाब करने का बहाना बनाकर विवेक को भी गाड़ी से उतार लिया। जैसे की विवेक गाड़ी से उतरा तनुज ने पीछे से उसकी पीठ में गोली मार दी।
रात भर उसे ढूंढने का करता रहा दिखावा
विवेक की हत्या के बाद तमंचा वहीं खेत में फेंककर आरोपी तनुज 6वी बटालियन पीएसी पहुंचा और वहां से करीब सवा बारह बजे रात में ही अपनी पत्नी को फोन किया और करीब साढ़े बारह बजे घर पहुंच गया। वहां जाकर विवेक के बारे में पूछा, तब बहन ने बताया कि वह अभी घर नहीं आया है। जिसके बाद उसने दिखावे के लिए विवेक के दोस्तों को फोन कर उसके बारे में जानकारी की। उसने पुलिस को गुमराह करने का खूब प्रयास किया लेकिन पुलिस की जांच ने उसका झूठ पकड़ लिया।
गिरफ्तार करने वाली टीम में थाना प्रभारी मुन्नेश सिंह थाना पल्लवपुरम, उ0नि0 शिव कुमार, उ0नि0 शेखर सिंह, उ0नि0 कोशिन्द्र कुमार, म0उ0नि0 यूटी अनीता भारती, उ0नि0 यूटी विपिन यादव, है0का0 मोहित कुमार, है0का0 दीपचन्द, का0 रवि कुमार थाना पल्लवपुरम शामिल रहे।