नवीन चौहान
देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों का विरोध प्रदर्शन पांचवें दिन भी जारी रहा। तीर्थ पुरोहितों ने गंगोत्री, मुखबा और खरसाली में एक दिवसीय सांकेतिक उपवास रखा। दोनों धामों के तीर्थ पुरोहितों का गत 11 जून से काली पट्टी बांधकर देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है।
चार धामों में शामिल गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों की देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग जोर पकड़ने लगी है। तीर्थ पुरोहितों ने गंगोत्री और गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा तथा यमुनोत्री के तीर्थ पुरोहितों ने यमुना के शीतकालीन मंदिर परिसर खरसाली में एक दिवसीय सांकेतिक उपवास रखकर धरना दिया तथा देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की।
तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि वे 21 जून को देवस्थानम बोर्ड को भंग करने को लेकर सरकार के बुद्धि-शुद्धि के लिए हवन यज्ञ करेंगे और यदि सरकार द्वारा देवस्थानम बोर्ड को भंग करने के लिए कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं की गई तो वह उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे। जिसका खामियाजा सरकार को आगामी आने वाले चुनावों में भुगतना पड़ेगा।
यमुना मंदिर परिसर खरसाली में उपवास पर बैठे तीर्थ पुरोहितों में पुरोहित महासभा के सचिव लखन उनियाल, चंद्रमणि उनियाल, अनिल उनियाल, मंदिर समिति के पूर्व प्रवक्ता बागेश्वर उनियाल, चक्रधर उनियाल, कपिल उनियाल भागेश्वर उनियाल, निरंजन प्रसाद, आयुष सुनील, अमित आदि शामिल रहे। जबकि गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों में मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल, सचिव दीपक सेमवाल, राजेश सेमवाल, सुभाष सेमवाल, सुधांशु सेमवाल, कृष्णकांत सेमवाल आदि मौजूद रहे।