नवीन चौहान
सीबीआई के पूर्व निदेशक और हिमाचल के डीजी रहे अश्वनी कुमार ने बुधवार को अपने आवास में ही रस्सी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। अश्वनी कुमार नगालैंड के पूर्व राज्यपाल भी थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार शिमला स्थित ब्राकहास्ट में उनके आवास में ही अश्वनी कुमार का शव लटका पाया गया। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है। पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार मौके पर मिले सुसाइड नोट में लिखा है कि जिंदगी से तंग आकर अगली यात्रा पर निकल रहा हूं। सुसाइड नोट में मरने के बाद अंग दान करने की बात भी लिखी है। एसपी शिमला मोहित चावला के नेतृत्व में देर रात तक पुलिस टीम घटनास्थल पर जुटी रही। फोरेंसिक की टीम ने भी मौके पर पहुंच कर अपनी जांच की और साक्ष्य जुटाए। 70 वर्षीय अश्वनी कुमार का जन्म सिरमौर के जिला मुख्यालय नाहन में हुआ था। ड्यूटी पर तैनात गार्ड ने बताया कि शाम 4:40 बजे वह बाहर गए थे। अश्वनी कुमार वर्ष 2006 से 2008 तक डीजीपी हिमाचल और वर्ष 2008 से 2010 तक सीबीआई निदेशक तैनात रहे। मार्च 2013 से 2014 तक नगालैंड के राज्यपाल रहे।