नवीन चौहान
भारत की हर मां की कोख से बाबा रामदेव जैसा पुत्र पैदा होना चाहिए। यह मेरे जीवन का सबसे अदभुत नजारा है।
हम राम मंदिर देख पा रहे है, यह हमारा सौभाग्य है। पतंजलि गुरूकुलम की भूमि शिलान्यास कार्यक्रम को देखने आई एक बुजुर्ग महिला के गला पूरी तरह से खराब है। उनके पति बार—बार बोलने के लिए मना करते रहे। लेकिन बुजुर्ग महिला अपनी भावनाओं को रोक नही पाई और बाबा रामदेव के लिए उन्होंने जो बोला।
उन्होंने कहा कि भारत की हर मां की कोख से बाबा रामदेव जैसा पुत्र होना चाहिए। उनके कहने का अभिप्राय था कि एक ऐसा पुत्र जिसके लिए देश सर्वोपरि हो। देशहित की बात करें। स्वदेशी की बात करे। शिक्षा में क्रांति की बात करें और भारत में श्रेष्ठ नागरिक बनाने का प्रयास करें।
न्यूज127 के कैमरे के सामने अचानक बाबा रामदेव के कार्यक्रम की प्रशंसा करती हुई बुजुर्ग महिला को हमने भी बोलने से मना किया। उनके पति ने बताया कि गले में बहुत दिक्कत है। चिकित्सक ने बोलने के लिए मना किया हुआ है। लेकिन इनकी भावनाओं का सम्मान न्यूज127 ने किया। उनकी भावनाओं को समझाने का प्रयास किया। योगगुरू बाबा रामदेव ने अपनी जिंदगी का सफर साइकिल से शुरू किया और अब हवाई जहाज पर उड़ रहे है। लेकिन उनकी सोच आज भी गरीबों को स्वावलंबी बनाने और श्रेष्ठ भारतीयों पर आकर ही ठहरती है। बाबा रामदेव जी यह सोच ही उनको महान बनाती है। गुरूकुल की भूमि पर उनके कदम इतिहास में सुनहरे पन्नों में दर्ज हो गए है। अब आचार्यकुलम और पतंजलि गुरूकुलम में राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत श्रेष्ठ आर्यवीर भ्रमण करते दिखाई देंगे।