नवीन चौहान
उत्तराखंड में अपराध या किसी भी घटना की सूचना मिलते ही मौके वारदात पर तत्काल पहुंचने के लिए चीता पुलिस को और ज्यादा स्मार्ट बनाए जाने की डीजीपी अशोक कुमार ने कवायद शुरू कर दी है। चीता पुलिस के पास बाॅडी ऑन कैमरा, मल्टीपल बैल्ट, शाॅर्ट रेन्ज आर्म्स आदि लगाया जाएगा।
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि प्रथम चरण में जनपद देहरादून के 120 पुरूष आरक्षी एवं 30 महिला आरिक्षयों को उपरोक्त उपकरणों के साथ एक माह का प्रशिक्षण कराया जाएगा। प्रशिक्षण के उपरान्त प्रशिक्षित चीता पुलिस का तीन माह का ड्यूटी चार्ट बनाकर ड्यूटी लगायी जाएगी, जिसमें चीता पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने का समय एवं कार्य क्षमता के साथ-साथ आम जनमानस में उनकी छवि का आंकलन किया जाएगा। तीन माह के पश्चात उनका रोटेशन किया जाएगा। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि सिटी पैट्रोल यूनिट की तर्ज पर चीता पुलिस को स्मार्ट बनाये जाने, उनकी कार्य क्षमता एवं दक्षता को बढ़ाये जाने के लिए उनकी वर्दी में अतिरिक्त उपकरण जैसे- बाॅडी ऑन कैमरा, मल्टीपल बैल्ट, शाॅर्ट रेंज आर्म्स आदि लगाये जाने का निर्णय लिया गया है।
बताते चले कि आम जन द्वारा की गयी शिकायत, सड़क दुर्घटना, एमरजेन्सी काॅल, आपदा एवं डायल 112 पर आने वाली सूचनाओं पर फस्ट रिस्पांस हेतु चीता पुलिस को घटनास्थल/मौके पर भेजा जाता है।