नवीन चौहान.
उत्तराखंड में चुनाव के बाद भी राजनीति के गलियारे की चहल पहल कम नहीं हो रही है। भाजपा की बहुमत की सरकार बनने के बावजूद अभी कांग्रेस में टूट का डर सता रहा है। इस बार कांग्रेस को प्रदेश में 19 सीट मिली है।
ऐसी चर्चा है कि कांग्रेस के 10 विधायक भाजपा के संपर्क में और जल्द ही वो भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं। यदि ऐसा होता है तो कांग्रेस एक बार फिर गुटबाजी का शिकार होकर प्रदेश में और कमजोर हो जाएगी। चर्चा है कि कांग्रेस भी इस टूट को बचाने के लिए विधायकों से लगातार संपर्क है और उन्हें मनाने में जुटी है।
अब देखना यही है कि क्या कांग्रेस विधायक पार्टी का साथ छोड़कर भगवा खेमे में जाते हैं या फिर पार्टी उन्हें भगवा खेमे में जाने से रोकने में कामयाब होती है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत भी इस समय हाशिए पर चल रहे हैं। पार्टी ने उन्हें चुनाव के बाद कोई तवज्जों नहीं दी है।
चुनाव के बाद यशपाल आर्य का कद जरूर बढ़ा है। यशपाल आर्य भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए थे, लेकिन इस चुनाव से पहले वह फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए। इस समय प्रदेश में इसी बात की चर्चा है कि भाजपा कांग्रेस के 10 विधायकों को भाजपा में शामिल करा सकती है।
वर्तमान सीएम पुष्कर सिंह धामी को भी चुनाव लड़ना है, यदि चुनाव में वह जीत हासिल करते हैं तो वह कुर्सी पर बने रह सकते हैं वरना उन्हें भी कुर्सी खाली करनी पड़ेगी। इसीलिए चुनाव से पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी भाजपा को और अधिक मजबूत करने पर जोर दे रहे हैंं