नवीन चौहान
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के देहरादून स्थित कैंप कार्यालय को आजीवन बंद कर दिया है। जबकि नया कैंप कार्यालय ऋषिकेश में पंडित ललित मोहन शर्मा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय से संचालित करना शुरू कर दिया है। ऋषिकेश में कैंप कार्यालय के संचालन होने से पहाड़ एवं तराई के तमाम राजकीय महाविद्यालय एवं डिग्री कॉलेज के छात्रों को परेशानी से निजात मिलेगी। उनको पहाड़ के चक्कर नही लगाने होंगे। कुलपति से मिलकर अपनी समस्याओं का निदान कराने वाले विद्यार्थियों को अब मुसीबत का सामना नही करना होगा। कुलपति डॉ पीपी ध्यानी ने इस ऐतिहासिक कदम का सभी कॉलेज संचालकों और विद्वार्थियों ने स्वागत किया है।
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय की स्थापना के साथ ही छात्र हितों के लिए ऋषिकेश में कैंप कार्यालय का संचालन शुरू कर दिया गया है। ताकि कॉलेज संचालकों और छात्रों की समस्याओं को कुलपति सुन सके और उनका निदान कर सके। बताते चले कि करीब एक दशक पूर्व अस्थायी कार्यालय ऋषिकेश में खोले जाने की अनुमति मिली थी। लेकिन अस्थायी कैंप कार्यालय देहरादून बना दिया है। देहरादून पहुंचने के लिए हरिद्वार के छात्रों और निजी कॉलेज संचालकों को परेशानी उठानी पड़ती थी। वर्तमान कुलपति डॉ पीपी ध्यानी ने देहरादून कैंप कार्यालय पर ताला लगवाकर ऋषिकेश से संचालन शुरू करने की पहल की है। कुलपति डॉ पीपी ध्यानी ने बताया कि 29 फरवरी 2020 से कैंप कार्यालय ऋषिकेश ही रहेगा। बताया कि 80 प्रतिशत राजकीय महाविद्यालय पहाड़ में है। जबकि 90 प्रतिशत निजी कॉलेज तराई में है। तराई और पहाड़ के कॉलेजों के नजदीक रहेगा। विश्वविद्यालय से जुड़े तमाम लोगों को इसका फायदा मिलेगा।