नवीन चौहान.
हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में शनिवार को कलक्ट्रेट सभागार में डेंगू की रोकथाम के सम्बन्ध में एक बैठक आयोजित हुई।
बैठक में जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय को मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. कुमार खगेन्द्र ने डेंगू की रोकथाम के लिये किये जा रहे उपायों की जानकारी दी।
जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने कहा कि इस वर्ष डेंगू के मामलों में बढ़ोत्तरी होने की सम्भानायें व्यक्त की जा रही हैं। अतः अभी से सावधानी व सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नालियों तथा गड्ढों में पानी को रूकने न दें, नियमित रूप से डेंगू रोधी दवा का छिड़काव किया जाये, साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाये तथा ऐसी रणनीति अपनाई जाये कि कहीं पर भी डेंगू का लार्वा पनपने न पाये।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि सभी विभाग पूर्व की भांति डेंगू की रोकथाम में अपना पूरा सहयोग देना सुनिश्चित करें। उन्होंने नगर निगमों, स्थानीय निकायों तथा ग्राम पंचायतों से कहा कि वे आपसी समन्वय व संवाद स्थापित करते हुये डेगूं की रोकथाम के लिये एक रूपरेखा तैयार कर लें, तथा उसको कार्यरूप देना सुनिश्चित करें। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को भी निर्देशित करते हुये कहा कि डेंगू की रोकथाम में वे भी अपना पूरा सहयोग देें।
जिलाधिकारी ने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिये जन-जागरूकता बहुत आवश्यक है। इसलिये सोशल मीडिया सहित प्रचार-प्रसार के जितने भी साधन हैं, उनका पूरा उपयोग किया जाये।
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, डॉ0 योगेन्द्र सिंह रावत, मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 सौरभ गहरवार, अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) वीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) श्री पी0एल0 शाह, संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की अंशुल सिंह, एसडीएम लक्सर गोपाल राम बिनवाल, उप जिलाधिकारी पूरण सिंह राणा, एस0पी0 सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, महाप्रबन्धक उद्योग सुश्री पल्लवी गुप्ता, सचिव रेडक्रास डॉ0 नरेश चौधरी, एसीएमओ डॉ0 एच0डी0 शाक्य, गुरूनाम सिंह, जिला पर्यटन अधिकारी सुरेश सिंह यादव, आपदा प्रबन्धन अधिकारी सुश्री मीरा कैन्तुरा, सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।