नवीन चौहान.
देश में आक्सीजन की कमी को लेकर मच रहे हाहाकार के बीच उत्तराखंड के लिए एक सुखद खबर सामने आयी है। हरिद्वार स्थित भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) ने एक प्लांट से उत्पादित ऑक्सीजन का वितरण मेडिकल संस्थाओं को देना शुरू कर दिया है। अभी तक यहां उत्पादित ऑक्सीजन का इस्तेमाल भेल में ही किया जाता था।
कोरोना संक्रमितों की जान आक्सीजन की कमी से न जाए इसके लिए भेल प्रशासन ने सराहनीय पहल करते हुए एक कदम आगे बढ़ाया है। भेल की ओर से अपने दो ऑक्सीजन प्लांटों में से एक की सारी ऑक्सीजन मेडिकल संस्थाओं को देने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए भेल प्रशासन ने गैस वितरण करने का लाइसेंस भी हासिल कर लिया है।
बताया कि जिस प्लांट की आक्सीजन मेडिकल सेवा के लिए उपलब्ध करायी जाएगी उसकी क्षमता 250 घन मीटर है। यानि हैवी इलेक्ट्रिल्स इक्विपमेंट प्लांट (हीप) प्लांट में उत्पादित सारी ऑक्सीजन अस्पतालों, नर्सिंग होम आदि मेडिकल सेवाओं के लिए उपलब्ध करायी जाएगी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भेल के पीआर डिपार्टमेंट की ओर से यह जानकारी मिली है, सरकार की तरफ से निर्धारित 25.71 रुपये प्रति घन मीटर की दर पर ऑक्सीजन सप्लाई की जाएगी। यही नहीं ऑक्सीजन की उपलब्धता 24 घंटे रहेगी, ऑक्सीजन लेने वालों को पहले नोडल अधिकारी बनाए गए पीके श्रीवास्तव को जानकारी देनी होगी। सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद ऑक्सीजन दे दी जाएगी।