नवीन चौहान
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शांतिकुंज पहुंचे तो उनका वहां भव्य स्वागत किया गया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शांतिकुंज पहुंचे तो उनका वहां भव्य स्वागत किया गया। यहां अपने संबोधन में जेपी नड्डा ने कहा कि उनका शांतिकुंज से पुराना नाता है। उनकी दीक्षा भी यहीं संपन्न हुई। छात्र जीवन का अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी बुआ गायत्री परिवार से लंबे समय से जुड़ी हैं। जब भी उनके घर जाते हैं शांति कुंज की ओर से प्रकाशित अखंड ज्योति पत्रिका का अध्ययन करने का अवसर मिलता है। इस दौरान उन्होंने शांति कुंज द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की।
वहीं दूसरी ओर राज्य सभा सांसद नरेश बंसल ने भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नडडा के देवभूमि आगमन पर हर्ष जताया और उनका सपरिवार उत्तराखंड आने पर हार्दिक स्वागत व अभिनन्दन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह हर्ष एवं उल्लास का विषय है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नडडा ने अपना देशव्यापी अभियान तपोभूमि, सैन्यधाम उत्तराखंड से शुरू किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नडडा ने माँ गंगा आरती, पूजन व संतों के आशीर्वाद से अध्यात्मिक नगरी हरिद्वार से यह प्रवास आरम्भ किया है। भारत की विरासत को आगे बढ़ाने का काम किया है जो एक राष्ट्र वादी पार्टी के नेता मे ही संभव है, नहीं तो कोंग्रेस नेता तो गंगा तट पर नमाज पढ़ने व अनशन का कार्य करते हैं व इनकी सरकारें हर की पौडी क्षेत्र को गंगा मैया की अविरल धारा मनाने से ही मना कर देती हैं ।
नरेश बंसल ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नडडा अपने इस अभियान में समस्त देश में 120 दिन का सतत् प्रवास करेंगे जो अपने आप में प्रेरणा का स्रोत है। इस प्रवास के दौरान वह हर बूथ स्तर से लेकर राष्ट्रीय पदाधिकारियों, सांसदों, मंत्रीगणों व विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रीयो से सीधे संवाद करेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नडडा जी का देव भूमि उत्तराखंड का यह प्रवास कार्यकर्ताओं में नई उर्जा एवं उत्साह का संचार करेगा और जब वह इस उर्जा व उत्साह के साथ जनता के बीच अपने-अपने क्षेत्रों में जाएँगे तो विजय होकर लौटेंगे। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार विकास का परचम लहरा रही है, उत्तराखंड में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी की जीरो टोलरेंस की सरकार केन्द्र सरकार की मदद से उत्तराखंड के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। यह जनता के बीच ले जाने का काम पार्टी कार्यकर्ताओं और सरकार के पदाधिकारियों ने करना है ।