पीएम मोदी का मास्टर स्ट्रोक, रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री तो दिल्ली और हरियाणा को साधा




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न्यूज127
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह राजनीति के शिखर पर नए आयाम स्थापित कर रहे है। पीएम मोदी की रणनीति के चलते ही भाजपा ने 26 सालों के बाद दिल्ली की सत्ता हासिल की। लेकिन सबसे बड़ी बात मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करने में करीब 15 दिनों का समय लगा दिया। अब जब नाम की घोषणा हुई तो दिल्ली से लेकर हरियाणा तक खुशी की लहर है। सबसे बड़ी बात की वैश्य समाज को भी खुश कर दिया है।
बताते चले कि रेखा गुप्ता का जन्म हरियाणा में हुआ। रेखा गुप्ता दिल्ली की शालीमार बाग विधानसभा सीट से विधायक चुनी गई हैं। मौजूदा समय में दिल्ली भाजपा की महासचिव और भाजपा के महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। 50 वर्षीय रेखा का जन्म हरियाणा के जींद जिले में स्थित नंदगढ़ गांव में 1974 में हुआ था। उनके पिता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अधिकारी पद पर थे। साल 1976 में रेखा परिवार के साथ दिल्ली आ गई। तब उनकी आयु महज दो साल थी। इसके बाद रेखा की प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक दिल्ली में हुई।
आरएसएस की पसंद
रेखा गुप्ता बचपन में पढ़ाई-लिखाई के दौरान ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संगठन (आरएसएस) के स्टूडेंट विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़ गई थीं। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान वह दौलत राम कॉलेज में सचिव का चुनाव जीतने में सफल रहीं। 1995-96 में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ का चुनाव लड़ा और अध्यक्ष बनीं। रेखा ने एलएलबी तक की पढ़ाई पूरी की।
राजनीति कैरियर
शिक्षा पूरी करने के बाद रेखा गुप्ता ने 2003-04 में भाजपा युवा मोर्चा की दिल्ली इकाई से जुड़ीं और यहां सचिव पद पर रहीं। इसके बाद 2004 से 2006 तक उन्होंने भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव के तौर पर जिम्मेदारी निभाई। 2007: उत्तर पीतमपुरा से पार्षद बनीं। 2007-09: एमसीडी में महिला कल्याण एवं बाल विकास समिति की दो साल तक अध्यक्ष रहीं। 2009: दिल्ली भाजपा महिला मोर्चा की महासचिव रहीं।
2010: भाजपा ने उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य की जिम्मेदारी दी।
2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में नहीं मिली थी सफलता
रेखा गुप्ता को 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग सीट से चुनाव में उतारा गया। जहां 2015 में उन्हें आम आदमी पार्टी की वंदना कुमारी ने करीब 11 हजार वोटों से हराया तो वहीं 2020 में उनकी हार का अंतर 3400 वोट के करीब था। हालांकि, 2025 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने वंदना कुमारी को बड़े अंतर से हरा दिया।