अनुज सिंह.
उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल उत्तर प्रदेश ने जीएसटी की दरों में की गई वृद्धि के खिलाफ अपना विरोध प्रकट किया है। संगठन ने इस संबंध में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन दिया है। यह ज्ञापन एडिशन कमिश्नर वाणिज्य मेरठ के माध्यम से दिया गया है।
व्यापारियों की मांगे
1.पैकिंग के लिए तैयार की जाने वाले बॉक्स पर जीएसटी 12 प्रतिशत से बढ़ाकर 18 प्रतिशत कर दी गई है।
2.आम जनता के इस्तेमाल में आने वाले फुटवेयर पर जीएसटी की दरें 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दी गई है।
3.कपड़े रेडीमेड में होजरी पर 5 प्रतिशत से जीएसटी की दरें बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दी गई है।
4.समाचार पत्रों के माध्यम से यह भी जानकारी प्राप्त हुई है की जीएसटी काउंसिल सोने के आभूषणों पर 3 प्रतिशत से बढ़ाकर जीएसटी की दरें 5 प्रतिशत की जानी है।
जीएसटी लगाए जाते समय सरकार ने वायदा किया था कि पर्याप्त कलेक्शन होने पर जीएसटी की दरें कम की जाएगी परंतु कोरोना जैसी महामारी के बाद भी सरकार के पास उम्मीद से ज्यादा जीएसटी कलेक्शन प्राप्त हुआ है। चुनाव के समय भी महंगाई को बढ़ने से रोकने का वादा सरकार के द्वारा किया गया था।
लगातार बढाई जा रही जीएसटी की दरों से व्यापारी परेशान है व आम जनता पर भी महंगाई का बोझ बढ़ रहा है व्यापार मंडल जीएसटी की बडाई गई दरो का घोर विरोध करता है तथा आप से अनुरोध है कि देश जनता व व्यापारियों के हित में जीएसटी की बढ़ाई गयी दरों को वापस लेने का आदेश पारित करने की कृपा करें।
सर्राफा बाजार पर 1 प्रतिशत जीएसटी की दरें, व जीएसटी में अधिकतम 2 दरें सिर्फ 5 प्रतिशत व 12 प्रतिशत किए जाने के आदेश पारित करने की कृपा करें। अधिक प्रकार की दरें भ्रष्टाचार व कर चोरी को बढ़ावा देती हैं।
ज्ञापन देने वालों में प्रांतीय अध्यक्ष लोकेश अग्रवाल के अलावा अन्य पदाधिकारी और व्यापारी मौजूद रहे।