नवीन चौहान
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को केदारनाथ मंदिर में प्रवेश नहीं करने देने और भगवान शिव के दर्शन करने से वंचित करके केदारनाथ के पंडों ने अक्षम्य अपराध किया है। इस घटना की जितनी भृत्सना की जाए कम है। उक्त बात डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के पूर्व प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित ने कही। उन्होंने कहा कि पंडों ने घृणित कृत्य करके देवभूमि की सभ्यता, संस्कृति और गरिमा को शर्मसार किया है।
डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के पूर्व प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित मूल रूप से ऊखीमठ पिंडरघाटी के निवासी है। उनके पिता खुद एक शिक्षक रहे हैं और घायल पशुओं की सेवा में उनका जीवन समर्पित रहा। पिता के संस्कारों का अनुसरण करते हुए पीसी पुरोहित जी ने भी घायल पशुओं की सेवा की। पीसी पुरोहित जी के पिता श्री घनानंद पुरोहित जी ने दो दशक पूर्व उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से घायल पशुओं को अस्पताल भिजवाने के लिए वाहन भेजने का संदेश भेजा था। संदेश मिलने के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत जी ने वाहन भिजवाया और पशुओं को इलाज मिलना संभव हो पाया। लेकिन अब केदारनाथ मंदिर में त्रिवेंद्र सिंह रावत को प्रवेश ना करने देने से उनकी भावनाएं आहत हुई है। उन्होंने कहा कि पंडों ने एक घिनौना अपराध किया है। जिसको कभी माफ नही किया जा सकता है।