नवीन चौहान.
उत्तराकाशी में टनल में हुए भूस्खलन से वहां फंसे 40 मजदूरों को अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका है। अब परिजनों का धैर्य भी जवाब देने लगा है। वहीं दूसरी और एयरफोर्स के विशेष विमानों से 25 टन भारी मशीन चिन्यालीसौड पहुंचायी जा रही है। मशीन के दो हिस्से पहुंच गए हैं, तीसरे के पहुंचते ही उसे टनल के पास लेकर जाकर कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
अब इसी मशीन से टनल में मलबे को भेद कर स्टील पाइप दूसरी तरफ पहुंचाने का कार्य किया जाएगा। इस मशीन के जरिए प्रति घंटे 5 मीटर मलबा निकला जा सकेगा। आज शाम से इस मशीन के जरिए काम शुरू करने की कोशिश की जाएगी। भूस्खलन में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए अब नॉर्वे और थाईलैंड की विशेष टीमों की मदद लेने की बात भी सामने आयी है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रेस्क्यू टीम ने थाईलैंड की उस रेस्क्यू कंपनी से संपर्क किया है जिसने थाईलैंड की गुफा में फंसे बच्चों को बाहर निकाला था। नॉर्वे की एनजीआई एजेंसी से भी संपर्क किया गया है जिससे सुरंग के भीतर ऑपरेशन में विशेष सुझाव लिए जा सके।
भारतीय रेल, आर वी एन एल, राइट्स एवं इरकॉन के विशेषज्ञों से भी सुरंग के भीतर ऑपरेशन से संबंधित सुझाव लिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार राहत एवं बचाव कार्य पर नजर रखे हुए हैं, वह अधिकारियों से पल पल की अपडेट ले रहे हैं। अधिकारी भी मौके पर ही डटे हैं। परिजनों की बात भी अंदर फंसे मजदूरों से करायी गई है।