नवीन चौहान.
बिहार में जातीय जनगणना के दौरान कई चौंकाने वाले मामले सामने आ रहे हैं। जातीय जनगणना के दौरान पता चला कि बिहार के अरवल जिले में 40 महिलाओं का ‘पति’ एक ही शख्स है। इसका नाम है रूपचंद। जनगणना कर रहे अधिकारी भी इस पर हैरान हैं।
अगल बगल के घरों में रहती हैं महिलाएं
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नीतीश सरकार की ओर से कराई जा रही जातीय जनगणना के दौरान महिलाओं से उनके पति का नाम पूछा गया। इस पर अगर-बगल के घरों में रह रहीं 40 महिलाओं ने पति का नाम रूपचंद बताया। वहीं कुछ महिलाओं ने अपने पिता और बेटे भी बताया है।
रेड लाइट एरिया का है मामला
जानकारी के अनुसार मामला नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर-7 का है। यह रेड लाइट एरिया है। इस इलाके में वर्षों से सेक्स वर्कर रह कर अपना जीवन यापन करती आ रही हैं। जातीय जनगणना के दौरान सरकारी कर्मचारी घर-घर जाकर लोगों की जानकारी जुटा रहे हैं। इसी दौरान यह चौंकाने वाला आंकड़ा रेड लाइट एरिया से सामने आया है। यहां 40 महिलाओं ने अपने पति का नाम रूपचंद बताया है। वहीं कुछ महिलाओं ने पिता और पुत्र के तौर पर भी रूपचंद का नाम लिया है।
रूपया को ही मानती है सबकुछ
क्यों है महिलाओं के पति का नाम रूपचंद, इस पर जब जानकारी की गई तो पता चला कि अरवल रेड लाइट एरिया की सेक्स वर्कर के सामने सबसे बड़ी समस्या ये है कि वे अपने पति के रूप में किसका नाम दर्ज कराएं? यहां रहने वालीं अधिकांश महिलाएं रूपचंद यानी रुपया को ही अपना सब कुछ मानती हैं। इसलिए उन्होंने अपने पति के नाम के आगे रूपचंद नाम दर्ज कराया है तो किसी ने पिता के नाम के कॉलम के आगे रूपचंद लिखवाया है।