नवीन चौहान.
उत्तराखंड एसटीएफ की टीम ने एक वन्य जीव तस्कर को लैपर्ड की खाल के साथ गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि करीब छह महीने पहले फंदा लगाकर इसका शिकार किया गया था।
राज्य में बढ़ते वन्यजीव जन्तुओं की अवैध तस्करी की रोकथाम के लिए डीजीपी अशोक कुमार के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड एसटीएफ द्वारा वन्यजीव तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम मे सीओ एसटीएफ डॉ. पूर्णिमा गर्ग के द्वारा टीम का गठन किया गया था।
टीम द्वारा बुधवार को 20.04.2022 को तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रूद्रपुर के साथ मिलकर संयुक्त कार्यवाही की गई। इस दौरान डाम कोठी शंकर फार्म पुलभट्टा थाना क्षेत्र से एक वन्यजीव तस्कर दीनानाथ पुत्र लक्ष्मण निवासी ग्राम रसफूडा राम्कोला थाना खटीमा जिला उधमसिंह नगर को गिरफ्तार किया गया, जिसके कब्जे से एक लैपर्ड (गुलदार) की खाल बरामद की गयी।
बरामद खाल की लम्बाई करीब 7 फीट व चौड़ाई करीब 4 फीट है। पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि इसका शिकार करीब 06 माह पूर्व सुरई रेंज खटीमा में फन्दा लगाकर किसी धारदार हथियार से किया गया है। चूंकि लैपर्ड (गुलदार) शैड्यूल एक श्रेणी का जानवर है इसलिए अभियुक्त से विस्तृत पूछताछ जारी है। उक्त मामले में आरक्षी गोविन्द सिंह बिष्ट व आरक्षी चन्द्रशेखर की विशेष भूमिका रही।
एसएसपी एसटीएफ द्वारा बताया गया कि कुमाऊँ के जंगलों में वन्य जीव जन्तुओं के शिकार करने की काफी समय से सूचना मिल रही थी, जिस पर हमारी एक टीम लगातार काम कर रही थी, आज टीम द्वारा शातिर वन्य जीव तस्कर दीनानाथ को गिरफ्तार किया गया है। इससे पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां एसटीएफ के हाथ लगी है।
वर्ष 2021 में एसटीएफ द्वारा कुमायूँ में अलग-अलग मामलों में 08 बाघ की खालें बरामद की गयी थी। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह द्वारा जनता से अपील की है कि वह वन्यजीवों की तस्करी करने वाले तस्करों के विरूद्व कार्यवाही हेतु तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या एसटीएफ उत्तराखण्ड (0135-2656202) से सम्पर्क करें। आगे भी एसटीएफ वन्यजीव तस्करों के विरूद्व कार्यवाही करती रहेगी।
एसटीएफ टीम में निरीक्षक एम.पी. सिंह, उपनिरीक्षक बृजभूषण गुरूरानी, कांस्टेबल गोविन्द सिंह, चन्द्रशेखर, जगपाल सिंह, प्रमोद रौतेला, मनमोहन सिंह, महेन्द्र गिरी, संजय कुमार, सुरेन्द्र कनवाल शामिल रहे, जबकि तराई केन्द्रीय वन प्रभाग टीम में रूप नारायण गौतम, वन क्षेत्राधिकारी पीपल पड़ाव रेंज, वन दरोगा कैलाश चन्द्र तिवारी, एस0ओ0जी0 तराई केन्द्रीय वन प्रभाग, वन दरोगा संदीप सोठा, एस0ओ0जी0 तराई केन्द्रीय वन प्रभाग, वन दरोगा दिनेश शाही, पीपल पड़ाव रेंज, वन आरक्षी सुरेन्द्र सिंह, वाईल्ड क्राईम कन्ट्रोल युनिट कुमाऊँ, आरक्षी चालक राहुल कनवाल, एस0ओ0जी0 तराई केन्द्रीय वन प्रभाग।