नवीन चौहान.
इस बार के विधानसभा चुनाव में आने वाले परिणाम कांग्रेस पार्टी के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि यदि इस चुनाव में कांग्रेस सत्ता में नहीं आती या फिर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाती तो इसका सीधा लाभ बसपा और आम आदमी पार्टी को मिलेगा।
आम आदमी पार्टी ने इस बार प्रदेश में अपनी पकड़ बनाने के लिए पूरा प्रयास किया है। भाजपा प्रदेश में फिर से सत्ता पाने के लिए चुनाव लड़ी, जबकि बसपा इस बार अच्छा प्रदर्शन करती दिख रही है, हालांकि सही नतीजे 10 मार्च को मतगणना के बाद ही सामने आएंगे। इन सबके बीच कांग्रेस को सबसे अधिक इन नतीजों का इंतजार होगा। राजनीति के विशेषज्ञ मानते हैं कांग्रेस पार्टी का पूरा कैरियर इस बार के चुनाव पर टिका है। पिछले चुनावों में पार्टी को बड़ी टूट का सामना करना पड़ा था, जिस कारण उसकी प्रदेश में करारी हार हुई थी। वहीं इस बार कांग्रेस के सामने चुनौती न केवल पिछली हार का बदला लेना है बल्कि बहुमत पाकर सत्ता की कुर्सी पर काबिज होना भी है। यदि उसका प्रदर्शन खराब रहता है तो पार्टी को भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा। ऐसा होने पर इसका लाभ बसपा और निर्दलीय प्रत्याशियों के अलावा आम आदमी पार्टी को मिलेगा।
राजनीति के विशेषज्ञों का मानना है कि कांग्रेस के अंदर जो फूट है उसका नुकसान भी इस चुनाव में पार्टी को हो सकता है। प्रदेश में कांग्रेस सीएम के रूप में हरीश रावत स्वयं को प्रमोट कर रहे हैं, यदि सरकार नहीं बनती है तो उनका राजनीतिक कैरियर पर हाशिए पर चला जाएगा। इसीलिए कांग्रेस के लिए भी इस बार के चुनाव काफी महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। पार्टी के अलावा पार्टी के नेताओं की साख भी दांव पर है। अब देखना यही है कि जनता जर्नादन किसके पक्ष में अपना फैसला सुनाती है।