नवीन चौहान.
ऐसे ग्लोबल वार्मिंग कहें या कुछ और लेकिन इस बार अप्रैल माह में रिकार्ड गरमी ने पसीने छुड़ा दिये। इस बार अप्रैल में सामान्य से करीब 4 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो यह स्थिति मेरठ के उपलब्ध डाटा के अनुसार यह रिकार्ड 43 में सबसे अधिक रहा है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ एन सुभाष के अनुसार इस बार अप्रैल महीने में अधिकतम तापमान का औसत 39.9 रहा है, यह सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस अधिक था। जोकि पिछले 43 साल में सबसे अधिक है। डॉ एन सुभाष ने बताया कि इस बार अप्रैल महीने में 40 डिग्री से ऊपर अधिकतम तापमान 16 दिन रहा।
इससे पहले वर्ष 2010 में 16 दिन 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर तापमान रहा था लेकिन औसत तापमान की बात करें तो यह 39.1 था। जबकि इस बार औसत तापमान 39.9 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि अप्रैल में औसत से अधिक तापमान रहने का असर अगामी दिनों में देखने को मिलेगा। कृषि विशेषज्ञ और वैज्ञानिक डॉ आर एस सेंगर ने बताया कि अप्रैल में सामान्य से अधिक तापमान रहने का प्रतिकूल असर गेहूं की फसल में देखने को मिला। जिसके असर से इस बार गेहूं का दाना छोटा रह गया। ऐसा तापमान अधिक होने की वजह से हुआ है।