नवीन चौहान
गंगनहर में 14 नवंबर की आधी रात को पानी छोड़ दिया जाएगा। पानी छोड़ दिए जाने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सिंचाई के साथ दिल्ली को पानी मिलने लगेगा। वहीं, हरिद्वार में गंगा के घाटों के कार्य अधिकांश पूरे हो चुके हैं और यदि बचे होंगे तो फिर अधूरे ही रह जाएंगे। हालांकि इस समय कार्यों में बहुत तेजी कर दी गई हैं, जहां पर 5 मजदूरों की जरूरत थी तो वहा पर संख्या दोगुनी कर दी है।
15 अक्तूबर की रात को गंगनहर को बंद कर दिया था। गंगा इस बार दशहरे से दस दिन पहले बंद कर दी थी। इससे किसानों को सिंचाई के साथ दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद में पानी की किल्लत होने लगी थी। सबसे ज्यादा किसानों पर प्रभाव पड़ा हैं। वे समय से गेहूं की बुआई नहीं कर सके। इसके साथ फसलों की सिंचाई भी समय न होने से नुकसान उठाना पड़ा है। इधर, हरिद्वार में गंगनहर के किनारे पर बनाए जा रहे घाटों के कार्यों के निर्माण में तेजी आई। इस एक महीने में अधिकांश घाटों के निर्माण पूरे कर लिए गए। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ विक्रांत सैनी ने बताया कि गंगनहर में निर्धारित समय पर पानी छोड़ दिया जाएगा। आदेश के संबंध में हरिद्वार जिला प्रशासन को अवगत करा दिया है।