सोनी चौहान
सोशल मीडिया का गलत प्रयोग करने वालो के लिए एक बुरी खबर है। अब से कोई भी सोशल मीडिया का गलत प्रयोग नहीं कर पायेंगा। केंद्र सरकार ने एक नया नियम लागू किया है। इस नियम के अन्तर्गत कोई भी सोशल मीडिया का एकांउट चालू करने के लिए पहले यूजर को अपना पहचान सत्यापन कराना होगा। उसी के बाद वह यूजर कोई भी एकांउट बना पायेंगा।
बताते दे कि यूजर्स के लिए सोशल मीडिया प्रयोग करना थोड़ा कठिन हो सकता है। केंद्र सरकार देश में मौजूद सभी सोशल मीडिया पर एकांउट खोलने के नियमों को सख्त करने जा रही है। ये सोशल मीडिया जैसे कि फेसबुक, व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम, ट्वीटर और टिकटॉक एकाउंट खोलने के नियमों को सख्त करने जा रही है। सरकार ने फैसला किया है कि अब बिना पहचान सत्यापन (ID verification) के कोई एकाउंट चालू नहीं होगा। इस नियम को लागू करने की तैयारियां तेज हो गई हैं।
पहचान सत्यापन कराना क्यों होगा जरूरी
आईटी मंत्रालय (IT Ministry) के सूत्रों द्वारा पता चला है कि सोशल मीडिया में इन दिनों कुछ असामाजिक तत्व फेक अकाउंट बना कर सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर फेक न्यूज, अफवाह, असांप्रदायिक खबरें और महिलाओं पर अभद्र कमेंट के मामले बढ़ गए हैं। अब ऐसे मामलों पर नकेल कसने के लिए ही नया कानून लाने की तैयारी है। इस नए कानून का मसौदा तैयार हो चुका है। जल्द इसे कैबिनेट की मंजूरी के बाद संसद में पेश किया जा सकता है।
ऐसे होगा पहचान सत्यापन
अब किसी भी प्रचलित सोशल मीडिया में एकाउंट खोलने से पहले यूजर्स को अपने बारे में जानकारियां उपलब्ध करानी होगी। इसमें यूजर को अपने ईमेल आईडी के अलावा फोन नंबर भी वेरिफाई कराना अनिवार्य किया जा सकता है। साथ ही इंटरनेट कंपनियों को कहा जा रहा है कि यूजर्स के लोकेशन को भी वेरिफाई किया जाए। इससे फेक अकाउंट बनाने के मामलों में कमी आएगी। साथ ही अफवाह फैलाने वालों की धरपकड़ संभव हो पाएगी।