नवीन चौहान
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने आयुर्वेद के डाॅक्टरों को सर्जरी का अधिकार दिए जाने के विरोध में ओपीडी बंद रखते हुए विरोध किया। एलोपैथी डाॅक्टरों ने भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद की ओर से जारी आयुर्वेदिक चिकित्सों को सर्जरी का अधिकार दिए जाने संबंधी अधिसूचना को वापस लेने की मांग की। ओपीडी कार्यबहिष्कार के दौरान आईएमए हरिद्वार शाखा के अध्यक्ष डॉ.दिनेश सिंह ने कहा कि आयुर्वेद डाॅक्टरों को सर्जरी की अनुमति दिए जाना सीधे-सीधे मरीजों की जान से खिलवाड़ है। केवल एलोपैथ में ही सर्जरी की अनुमति है। बिना प्रशिक्षण के कोई भी डाॅक्टर सर्जरी नहीं कर सकता है। अब अगला कदम उठाने को 28 दिसंबर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी रूपरेखा तैयार करेगी। उन्होंने बताया कि प्राचीन काल में आयुर्वेदिक पद्धति में भी सर्जरी की जाती थी। आयुर्वेदिक चिकित्सकों को सीधे सर्जरी की अनुमति देने से पहले उस तकनीक को पुनर्जीवित किया जाना चाहिए। एलोपैथ व आयुर्वेद पद्धतियों के बीच घालमेल नहीं किया जाना चाहिए। सचिव डा. अंजुल श्रीमाली ने कहा कि सभी पैथी का अपना महत्व है, लेकिन इनको आपस में मिलाना गलत है। यदि ऐसा हुआ तो भविष्य में इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि यदि सर्जरी को आयुर्वेद में शामिल किया जाता है तो एलोपैथ के लिए होने वाली एनईईटी, नीट जैसी परीक्षाओं का कोई अर्थ नहीं रह जाता है। सरकार द्वारा लिया गया ये फैसला मरीजों और आमजन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा है जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नही किया जाएगा। आईएमए के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. आरके सिंघल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा आयुर्वेद चिकित्सकों को बिना किसी ट्रेनिंग के सर्जरी करने का निर्णय जबरदस्ती थोपा हुआ निर्णय है। एलोपैथी चिकित्सक एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद अलग से डिग्री और अनुभव लेकर ऑपरेशन करने के काबिल बनता है और सरकार ने एक आयुर्वेद के डॉक्टर को बिना किसी डिग्री के सर्जरी की परमिशन दे रही है, जो कि पूरी तरह गलत है। इस मौके पर डा. नीता मेहरा, डा. विपिन मेहरा, डा. प्रेम लूथरा, डा अनु लूथरा, डा सिद्धार्थ त्रिवेदी, डा यतीन्द्र नागयान, डा एसके सोंधी, डा विपिन प्रेमी, डा जसप्रीत सिंह, डा मनप्रीत कौर, डा नितिन नागयान, ऋत्विक सारस्वत, डा विजय वर्मा, डा सुजाता प्रधान, डा कुलदीप सिंह, डा राहुल अहार आदि शामिल हुए।
आयुष के डाॅक्टरों को सर्जरी की अनुमति देने से मरीजों की जान से होगी खिलवाड़ः आईएमए
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