नवीन चौहान.
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक बार फिर सोशल मीडिया के जरिए अपना दर्द बयां किया है। इस बार उन्होंने लिखा है कि पता नहीं कांग्रेस अपने साथ मुझे कितने दिन जोड़े रखेगी।
यह पहला मौका है, जब उनकी एक पोस्ट में निराशा झलक रही है। उनका कहना है कि चुनाव में हार के बाद बहुत से अपने लोगों ने उनसे दूरी बना ली है।
बकौल हरीश, हारे हुए व्यक्ति में रुचि कम होना स्वाभाविक है। कांग्रेस में भी मुझ पर रुचि घटती जा रही है, पता नहीं कितने दिन कांग्रेस मुझे अपने से जोड़े रखना चाहती है।
प्रदेश में चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद हरीश रावत पार्टी से अलग थलग पड़ गए हैं। इस बार के चुनाव में वह खुद भी अपनी सीट हार गए हैं।
हालांकि उनकी बेटी अनुपमा रावत जरूर हरिद्वार ग्रामीण सीट पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही। उसने भाजपा के कद्दावर नेता यतीश्वरानंद को हराया।