ऋचा शर्मा
हरिद्वार के डीएवी सेन्टेनरी पब्लिक स्कूल, जगजीतपुर में उत्तराखंड का सबसे अधिक लोकप्रिय हरेला पर्व बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। स्कूल के कार्यवाहक प्रधानाचार्य मनोज कपिल ने अपने सहयोगी स्टॉफ के साथ पौधा रोपण किया और मनुष्य जीवन में प्रकृति की अहम भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की खूबसूरती में प्राकृतिक सौंदर्य का अहम रोल है। प्राकृतिक जड़ी बूटी और पेड़ पौंधों की हरियाली बरबस ही किसी भी मनुष्य को अपनी ओर आकर्षित करते है। ऊंचे —ऊंचे पहाड़ों पर घने हरे भरे और फलदार पेड़ ही उत्तराखंड की पहचान है। इसीलिए हरेला पर्व उत्तराखंड की सम्पन्नता, हरियाली, पशुपालन और पर्यावरण सरंक्षण का संदेश देता है।
हरेला पर्व के अवसर पर कार्यवाहक प्रधानाचार्य मनोज कपिल के निर्देशों पर पौधा रोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होंने छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण हमारी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है तथा आज इसकी आवश्यकता भी है। हम सब जानते हैं कि पृथ्वी पर साफ एवं स्वच्छ वायु, वर्षा, मृदा संरक्षण में पेड़ अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मूक ऋषि-मुनियों की भांति चुपचाप रहकर अपना कार्य बिना किसी भेदभाव के करना सिखाते हैं। प्रकृति संरक्षण समय की माँग भी है। उत्तराखण्ड का यह पर्व मनाते हुए विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया गया। उन्होनें लगाए गए पौधों के बारे में जानकारी भी दी और उनकी महत्ता को सभी कर्मचारियों के साथ साझा किया। कर्मचारियों को लगाए गए पौधों की देखभाल करने के लिए भी प्रेरित किया। कार्यक्रम के दौरान कोविड गाइड लाइन का पालन किया गया। इसी के साथ कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के चलते सभी से सुरक्षित रहने और कोविड गाइड लाइन का पालन करने की अपील की गई।