हरिद्वार। अपनी पूर्व घोषणा के अनुसार सोमवार को गंगा में खनन खोले जाने के विरोध में मातृ सदन के स्वामी शिवानंद के शिष्य स्वामी आत्मबोधानंद ने भूख हड़ताल आरम्भ कर दी है।
मातृ सदन गंगा में खनन के खिलाफ आंदोलन करता रहा है। इस बार स्वामी शिवानंद के शिष्य स्वामी आत्मबोधानंद ने आंदोलन की कमान संभाली है। इस अवसर पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए मातृ सदन के स्वामी शिवानंद ने कहा कि सात सूत्रीय मांगों को लेकर मातृ सदन ने प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस सहित अन्य अधिकारियों को पत्र भेजें हैं। उन्होंने हरिद्वार के डीएम दीपक रावत पर भी कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि गंगा के पांच किमी. के दायरे में ऑर्गेनिक खेती कराने, वन विभाग की जमीन को खुर्दबुर्द करने के मामले की जांच की मांग भी की गई है।
स्वामी शिवानंद ने कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं होगी तब तक स्वामी आत्मबोधानंद की भूख हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि सरकार ने डेढ़ करोड़ रुपये का लेनदेन करके स्टोन क्रेशर व खनन करने के पट्ठे खोले हैं। इसकी एसआईटी या सीबीआई से विस्तृत जांच कराई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक खनन पर पूर्ण रूप से पाबंदी नहीं लगती तब तक मातृ सदन का आंदोलन जारी रहेगा।