नवीन चौहान.
गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट के पावन पर्व पर बुधवार को दोपहर 12.01 बजे विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। मां गंगा की भोगमूर्ति यहां से सेना के बैंड और पारंपरिक ढोल-दमाऊं की अगुवाई में मुखबा के लिए रवाना हुई।
मां गंगा की डोली यात्रा बुधवार को मार्कंडेय पुरी स्थित चंडी देवी के मंदिर में रात्रि विश्राम करेगी। गुरुवार को मां गंगा की भोगमूर्ति मुखबा स्थित गंगा मंदिर में स्थापित की जाएगी। शीतकाल में श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन व पूजा अर्चना मुखबा में ही कर सकेंगे।
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