जोगेंद्र मावी
उत्तराखंड की पहाड़ी बर्फबारी की सफेद चादरों से लकदक हो गई। दूर—दूर तक बर्फ की मोटी परतें रूई की फाहें जैसी दिख रही है। ये मनमोहक नजारे पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षिक कर रहे हैं। हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते हुए सुरक्षा के मानक अपनाने जरूरी है, लेकिन उत्तराखंड में बेहिचक आईये।
दीपावली के बाद से उच्च पर्वतीय इलाकों में पहली बर्फबारी शुरू हो गई थी। इससे ऊंची पहाड़ियों की चोटियां बर्फ से लकदक हो गई हैं। भारी बर्फबारी की वजह से पहाड़ों पर सफेद चादर बिछ गई है और गुलमर्ग, कुल्लू मनाली, शिमला, केदारनाथ, बदरीनाथ, चमोली में दिव्य एहसास हो रहा है। जहां तक नजरें जा रही है बर्फ की मोटी परतें रूई के फाहें जैसी दिख रही हैं। या दूर से देखने पर पहाड़ सफेद चादर ओढ़े नजर आ रहे हैं।
बदरीनाथ धाम हेमकुंड साहिब औली और गैरसैण मैं जमकर बर्फबारी होने से ठंड बढ़ गई है। बदरीनाथ धाम में कई फीट तक बर्फ जम चुकी है। बदरीनाथ धाम में मकानों पर बर्फ, गाड़ियों में बर्फ, मंदिर परिसर के आसपास बर्फ और पैदल रास्तों पर केवल बर्फ ही बर्फ नजर आ रही है। हालांकि दिन में खिलखिलाती धूप निकलने से और बर्फ पिघलने से ठिठुरन और बढ़ गई है।
बर्फबारी की सफेद चादर की मोटी परतें जमी पहाड़ों पर, पर्यटकों को कर रही आमंत्रित
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