Pyre: दो बुजुर्गों की अनोखी प्रेम कहानी है विनोद कापड़ी की पायर, अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में चयन




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न्यूज 127.
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता विनोद कापड़ी (Vinod Kapadi) की नई फिल्म ‘पायर’ (Pyre) का वर्ल्ड प्रीमियर यूरोप के प्रतिष्ठित 28वें टैल्लिन ब्लैक नाइट्स अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में हुआ। टैल्लिन में ये चुनी गई अकेली भारतीय फिल्म है। इस फिल्म को कंपीटिशन की केटेगरी में रखा गया है। यह फिल्म दो बुजुर्गों की अनोखी सच्ची प्रेम कहानी पर आधारित है। साल 2017 में विनोद को मुनस्यारी के एक गांव में बुजुर्ग जोड़ा मिला था। उसी जोड़े की कहानी फिल्म में दर्शाई गई है।

पायर उत्तराखंड के हिमालय में बनी दो बुजुर्गों की प्रेम कहानी को दर्शाता है। इस फिल्म में पदम सिंह और हीरा देवी लीड रोल में है। दोनों ही पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग तहसील के रहने वाले है। इस फिल्म की दिलचस्प बात ये है कि फिल्म निर्माता विनोद कापड़ी ने दो स्थानीय बुजुर्गों पदम सिंह और हीरा देवी को मुख्य रोल के लिए चुना। इन दोनों में से किसी ने भी पहले ना कभी कैमरा फेस किया और ना ही कभी फिल्म देखी। पदम सिंह सेवानिवृत्त भारतीय सेना के जवान हैं। अब वो खेती करते है। तो वहीं हीरा देवी भैंसों की देखभाल और लकड़ियां और घास जंगलों से लाती है।

फिल्म निर्माता और निर्देशक विनोद कापड़ी इस प्रतिष्ठित तेलिन ब्लैक नाइट्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के 28वें संस्करण का हिस्सा बनने के लिए पदम सिंह और हीरा देवी (फिल्म के मुख्य कलाकार) के साथ एस्टोनिया की राजधानी तेलिन पहुंच गए है। बता दें कि ये उनकी पहली विदेश यात्रा है। पहली बार वो प्लेन से सफर कर रहे हैं। इस फिल्म के लिए ऑस्कर विजेता संगीतकार माइकल डैना ने संगीत बनाया। इसके अलावा बहु-पुरस्कार विजेता जर्मन संपादक पेट्रीसिया रोमेल ने भी संगीत में योगदान दिया और भारतीय दिग्गज गुलजार ने ‘पायर’ के लिए सुंदर सा गीत लिखा। विनोद कापड़ी ने खुशी जाहिर करते हुए इन तीनों महान दिग्गजों का उनके योगदान के लिए शुक्रिया अदा किया। बता दें कि इस फिल्म के लिए गुलजार ने कोई भी फीस लेने से इनकार कर दिया।



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