कानपुरः यहां से करीब 60 किलोमीटर दूर पुखरायां स्टेशन के पास पटना के राजेंद्रनगर और इंदौर के बीच चलने वाली 19321 एक्सप्रेस के 14 डिब्बे शुक्रवार देर रात पटरी से उतर गए। ट्रेन इंदौर से राजेंद्रनगर जा रही थी। यूपी डीजीपी जाविद अहमद ने 115 लोगों के मौत की पुष्टि की हैं। 200 से ज्यादा यात्री घायल हुए हैं। ट्रेन के सारे एसी डिब्बे और एस-1 से एस6 तक डिब्बे पटरी से उतरे हैं। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है। इस हादसे में राहत कार्य के लिए सेना और पैरा मेडिकल की टीम घटना स्थल पर पहुंच गई है।
रेलमंत्रालय ने मृतकों के परिजनों को 3.50 लाख और घायलों को 50 हजार का मुआवजा देने का ऐलान किया है। राज्य सरकार ने हादसे का शिकार हुए लोगों के लिए मुआवजा देने का ऐलान किया है। मृतकों के परिजनों को 5 लाख, गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 हजार और मामूली रूप से घायलों को 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। पीएम राहत कोष से भी मृतकों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए के मुआवजे का ऐलान किया गया है।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी राहत काम की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त 2 डिब्बों को हटाने और उसमें फंसे लोगो निकालने का काम जारी है। घायलों को कानपुर के हैलट अस्पताल लाया जा रहा है। अस्पताल में कई वार्ड खाली करा लिए गए थे। डॉक्टरों की टीम घायलों को देखने का काम कर रही है। सीएम अखिलेश यादव ने सूबे के डीजीपी जावीद अहमद को खुद बचाव कार्य पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने घायलों को मौके से कानपुर तक लाने के लिए रास्ते को खाली रखने का निर्देश भी ट्रैफिक पुलिस को देने के लिए डीजीपी से कहा है।
डीजीपी जाविद अहमद ने कहा कि राहत बचाव कार्य जारी हैं। घायलों और मृतकों को अस्पतालों में पहुंचाने की व्यवस्था कर दी गई है। एनडीआरएफ की टीम पहुंच चुकी है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं। रेल मंत्री सुरेश प्रभु भी करीब 12 बजे तक घटनास्थल पर पहुंचेगे।
रेलमंत्री और रेल राज्यमंत्री ने जायजा लिया…
रेलमंत्री सुरेश प्रभु हादसे का जायजा लेने कानपुर पहुंचे। उन्होंने घटनास्तल का दौरा किया। रेलमंत्री ने हॉस्पिटल में घायलों से मुलाकात की। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि हादसे की जांच होगी। घटनास्थल पर पहुंचे रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा, ”यह ट्रेन हादसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मौत का कोई मुआवजा नहीं होता है। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। हमारी पहली कोशिश यह है कि घायलों को सही वक्त पर इलाज मिल सके। डॉक्टरों की स्पेशल टीम इस काम में लगाई गई है। साथ ही जो लोग वापस पटना या इंदौर जाना चाहते हैं, उन्हें हिफाजत के साथ वहां पहुंचाया जाएगा। यह ट्रेन हादसा किसी साजिश के तहत हुआ है, इस पर कुछ भी कहना अभी उचित नहीं होगा।”
यात्रियों की सुविधाओं के लिए जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर…
बीएसएनएल..लैंड लाइन…
05412-2254145
05412-2254145
..रेलवे टेलीफोन
05412- 72770
05412- 72771
05412- 73677
झांसी का हेल्पलाइन नंबर 0510-1072 है।
उरई का हेल्पलाइन नंबर 0516-21072 है।
कानपुर का हेल्पलाइन नंबर 0512-1072 है।
पुखरायां का हेल्पलाइन नंबर 05113-270239 है।
कानपुर देहात जिला प्रशासन का हेल्पलाइन नंबर 0511-271050 है।
वाराणसी का हेल्पलाइन नंबर 0542-2503814 है।
इंदौर का हेल्पलाइन नंबर 07311072 है।
उज्जैन का हेल्पलाइन नंबर 07341072 है।
रतलाम का हेल्पलाइन नंबर 074121072 है।
लखनऊ का हेल्पलाइन नंबर 9794830973, BSNL-0522-2234757 और RLY-25507 है।
जेएनयू का हेल्पलाइन नंबर -0545 2263585।
रेलमंत्री ने हादसे की जांच करने का आदेश दिया
इस बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम भेजने का ऐलान किया है। वहीं, रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने हादसे के शिकार हुए लोगों को मुआवजा देने का ऐलान किया गया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर इस हादसे के लिए संवेदना जाहिर की है तो वहीं रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा घटना स्थल पर पहुंच गए हैं।