नवीन चौहान.
कुंभ पर्व 2021 में फर्जी आरटीपीसीआर जांच करने के प्रकरण में एसआईटी की टीम ने पहली गिरफ्तारी डाटा आप्रेटर आशीष निवासी हरियाणा के रूप में की है। आरोपी नलवा लैब का कर्मचारी था। आरोपी ने ही नलबा लैब को मैन पावर व अन्य सामान उपलब्ध कराए थे। हालांकि इस प्रकरण में बेहद ही गोपनीय स्तर पर एसआईटी कार्य कर रही है।
बताते चले कि कुंभ पर्व के दौरान कुंभ स्वास्थ्य विभाग ने कोविड जांच करने का कार्य मैक्स कॉरपोरेट कंपनी को दिया था। जिसने नलबा लैब और डॉ लाल चंदानी लैब को कार्य दे दिया।दोनों ही कंपनियों से एक लाख से अधिक कोरोना जांच करने का रिकार्ड कायम कर दिया। कुंभ मेला प्रशासन से अधिक धन कमाई करने के लिए फर्जी आंकड़े प्रस्तुत किए और बिल भुगतान के लिए दे दिया गया। इससे पहले कि बिलों का भुगतान हो पाता कोरोना की जांच के फर्जी आंकड़े होने का मामला प्रशासन के संज्ञान में आ गया।
कुंभ मेला प्रशासन ने संबंधित बिलों के भुगतान पर रोक लगा दी और फर्जी कोरोना जांच करने के प्रकरण की जांच बैठा दी गई। इस प्रकरण में उत्तराखंड सरकार की किरकिरी हुई। सरकार की ओर से निष्पक्ष जांच करने के आदेश जारी हुए और एसआईटी गठित की गई। जिलाधिकारी सी रविशंकर के निर्देशों पर एसआईटी की कमान मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गहरवाल को दी गई। जिसमें स्वास्थ्य विभाग और प्रमुख लोगों को शामिल किया गया। सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि आशीष को गिरफ्तार कर लिया गया है।