नवीन चौहान
उत्तराखंड के शहीद मेजर प्रणय नेगी के पार्थिव शरीर को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। हरिद्वार के खड़खड़ी स्थित श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए लाया गया। जहां केबिनेट मंत्री गणेश जोशी, प्रशासनिक अधिकारियों ने पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सेना की टुकड़ी ने शहीद प्रणय नेगी के सम्मान में फनल गार्ड दिया। चचेरे भाई तेजस नेगी ने शहीद मेजर प्रणय नेगी की चिता को मुखाग्नि दी और अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
विदित हो कि शहीद मेजर प्रणय नेगी कारगिल में खराब मौसम में भी देश की सुरक्षा में तैनात थे। वहां उनकी तबीयत बिगड़ने पर 29 अप्रैल की रात को शहीद होने की सूचना परिजनों को मिली। जिसके बाद से परिजनों सहित समूचे उत्तराखंड में शोक की लहर थी। शहीद का पार्थिव शरीर गुरुवार को उनके घर भानियावाला पहुंच गया था। पार्थिव शरीर को श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए तांता उमड़ गया। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, डोईवाला विधायक ब्रज भूषण गैरोला ने उनके घर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। आज सुबह खड़खड़ी श्मशान घाट पर अंतिम विदाई देने के लिए पार्थिव शरीर को सेना के वाहन में लाया गया। पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद मेजर प्रणय नेगी को अंतिम विदाई दी गई। अंतिम विदाई देने वालों में विंग कमांडर सरिता पंवार, सैन्य अधिकारी संदीप सिंह, विशाल विष्णु तिवारी,मनमोहन नेगी, बलवंत सिंह, कुलवंत सिंह, नरेंद्र सिंह, दिलीप सिंह, युद्धवीर सिंह, महावीर सिंह, जसपाल सिंह, वीरेंद्र सिंह, मनोज रावत, धीरेंद्र चौहान, दिनेश विष्ट,दया बोरा, भगवती बजेठा, सिद्धांत नेगी, संजय नेगी सहित सैंकड़ों की संख्या में क्षेत्रवासी और पारिवारिक लोग शामिल रहे।तीन साल पहले ही हुई थी शादी
शहीद प्रणय नेगी मेजर के पद पर तैनात थे। पिता सुदर्शन नेगी ने बताया कि शहीद प्रणय नेगी 36 वर्ष के थे और 94 मीडियम रेजीमेंट में भर्ती थे। शहीद की तीन साल पहले ही शादी हुई थी और उनका डेढ़ साल का बेटा है। बता दें प्रणय नेगी अपने घर के इकलौते चिराग थे। जबकि दो बड़ी बहने है।