सोनी चौहान
देहरादून के डीएम आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बेटियों के सम्मान में एक अनोखी पहल की। 7 मार्च अन्तरराष्ट्रीय महिला के अवसर डीएम ने एक दिन के लिए बेटियों को सरकारी अधिकारी बनाया है। डीएम ने 40 छात्राओं को एक दिन के लिए सरकारी अधिकारी बनाया है।
आज 7 मार्च को देहरादून के सरकारी कार्यालय में एक-एक छात्रा ने सहायक अधिकारी की भूमिका निभाई। छात्राओं ने लोगों की समस्याएं सुनीं और सिस्टम को भी जाना। कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए सभी सरकारी कार्यालयों में शुक्रवार को ही तैयारियां पूरी कर लगी गई थी। इन छात्राओं के लिए सभी कार्यालयों में अध्यक्ष ने अपने पास में ही एक कुर्सी लगवाई। छात्राएं सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक ऑफिसर की भूमिका में रहीं। छात्राओं ने कार्यालय अध्यक्ष के मार्ग दर्शन में उनके कामों को देखा और जाना। छात्राओं ने प्राप्त आवेदन पत्रों को पढ़ा और अफसरों के मार्ग दर्शन में उनका निस्तारण भी किया।
डीएम आशीष कुमार श्रीवास्तव की इस पहल का उद्देश्य ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना को न केवल प्रोत्साहित करना है। बल्कि छात्राओं को सरकारी ऑफिसों की कार्य पद्धति और वहां के वातावरण से परिचित कराने के साथ प्रशासन में उनकी सहभागिता तय करना है।