नवीन चौहान.
सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद आयुष विभाग नींद से जाग गया है आयुष विभाग ने उत्तराखंड की आयुर्वेद कंपनियों की दवाओं की जाँच के आदेश जारी किये हैं। शासन ने आयुर्वेद और यूनानी औषधि लाइसेंस अधिकारी को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए है।
उत्तराखंड में 353 आयुर्वेद दवा बनाने वाली कंपनी है। इनमें जनपद हरिद्वार में सबसे ज़्यादा 216 कंपनी है जो आयुर्वेद की दवा बना रही है। आयुष सचिव पंकज पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी ओर से सभी को निर्देश दिए जा चुके हैं।
दरअसल उत्तराखंड की आयुर्वेद कंपनी की दवाओं की जाँच में लाइसेंस के अनुरूप दवाओं के निर्माण व गुणबत्ता की जाँच होनी है। कंपनियों को दवा के साथ साथ कास्मेटिक उत्पादन बनाने का भी लाइसेंस दिया गया है। पतंजलि की 14 दवाओं के लाइसेंस निरस्त करने के बाद से आयुष विभाग जाँच अभियान चलाया जाएगा।