नवीन चौहान
बैंक प्रबंधकों की मिलीभगत के जरिए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोन हासिल करने के मामले में कनखल के एक व्यापारी को हरिद्वार पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया है। जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। जबकि इसी सिंडिकेट बैंक का प्रबंधक पुरूषोत्तम दत्त गोयल को पुलिस ने करीब दस दिन पहले जेल भेजा है।
सिंडिकेट बैंक के शाखा देवपुरा हरिद्वार के मुख्य प्रबंधक तरजिंदर सिंह कपूर ने साल 2018 में नगर कोतवाली में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया। बताया कि होम लोन के लिए अलग—अलग ज्योति वाजपेई, संदीप वाजपेई द्वारा सलेमपुर स्थित हरिओम शर्मा के मकान को खरीदने के लिए एक बैनामा तैयार किया गया। साल 2014 में सिंडिकेंट बैंक शाखा हरिद्वार से 22 लाख का लोन लेकर बैनामे के अनुसार उक्त मकान को नही खरीदा गया। उक्त बैंक धनराशि का गबन किया गया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी। एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस के निर्देशों पर सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह ने एसआईएस के उप निरीक्षक लखपत सिंह बुटोला को दिशा निर्देश दिए। विवेचनाधिकारी ने जांच के दौरान पर्याप्त साक्ष्य जुटाए और धोखाधड़ी होने की जानकारी पुष्ट हुई। पुलिस ने हरिओम शर्मा पुत्र बृजमोहन शर्मा निवासी मनोहरपुरम थाना कनखल को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी हरिओम ने पुलिस ने एक खाली प्लाट दिखाया जबकि लोन की राशि का गबन कर लिया।