कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच होगा बसंत पंचमी स्नान, शहर को नौ जोन में बांटा गया




नवीन चौहान.
बसंत पंचमी स्नान पर्व को शांतिपूर्वक संप्नन कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने अपनी चाक चौबंद व्यवस्था की है। सुरक्षा की दृष्टि से शहर को नौ जोन में बांटा गया है। सभी जोनों में पुलिस कर्मियों की डयूटी लगायी गई है। सोमवार को भल्ला इंटर कॉलेज स्टेडियम मायापुर हरिद्वार में बसंत पंचमी स्नान पर्व पर ड्यूटी करने वाले पुलिस बल की ब्रीफिंग की गई। ब्रीफिंग की अध्यक्षता संजय गुंज्याल पुलिस महानिरीक्षक कुम्भ मेला 2021 हरिद्वार द्वारा की गई।

सर्वप्रथम प्रकाश देवली पुलिस उपाधीक्षक यातायात कुम्भ मेला 2021 के द्वारा उपस्थित पुलिस बल को ब्रीफ करते हुए विस्तारपूर्वक स्नान पर्व की यातायात व्यवस्था से अवगत कराया गया। इसके पश्चात श्री देवली के द्वारा बताया गया कि हाइ-वे पर इधर-उधर गाड़ियां खड़ी न हो दें, जो भी वाहन गलत जगह खड़े हों उन्हें क्रेन की मदद से निर्धारित पार्किंग में लगवाएं। सभी वाहनों को निर्धारित रुट से लाते हुए निर्धारित पार्किंगों में ही खड़ा करायें और अनावश्यक रूप से डायवर्जन प्लान लागू न करें।

विपिन कुमार पुलिस उपाधीक्षक संचार द्वारा मेले के दौरान की गई संचार और रेडियो ग्रिड व्यवस्था के बारे में उपस्थित पुलिसबल को बताया और कुम्भ मेला पुलिस का हेल्प लाइन नम्बर जारी किया गया। कुम्भ मेला पुलिस हेल्प लाइन नम्बर: 01334-222011/12 है। ब्रीफिंग के क्रम में सेंथिल अबुदाई कृष्ण राज एस वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार ने ब्रीफ किया कि बॉर्डर पर लगे पुलिस बल की ड्यूटी बेहद महत्वपूर्ण हैं, यदि बॉर्डर पर लगा पुलिस बल अपनी ड्यूटी अच्छे से करेगा तो मेला क्षेत्र में कम से कम समस्या पैदा होगी।

जन्मजेय खंडूरी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुम्भ 2021 हरिद्वार के द्वारा विस्तार पूर्वक उपस्थित पुलिसबल को ब्रीफ करते हुए बताया कि स्नान पर्वों के दौरान कुम्भ पुलिस की ड्यूटी के तौर तरीकों पर देश-प्रदेश ही नही पूरी दुनिया की नजरें होंगी। जैसे-जैसे मौसम में गर्मी बढ़ेगी वेसे-वैसे आगे आने वाले स्नान पर्वों में भीड़ में इजाफा होगा। इसलिए हर परिस्थिति के लिए तैयार रहें, समय से ड्यूटी पहुंचें, यदि कहीं फ़ोर्स की कमी महसूस हो तो समय से बताएं ताकि रिजर्व फ़ोर्स में से फ़ोर्स की कमी पूरी की जाए। ड्यूटी के लिए आवश्यक सभी साजो-सामान और उपकरण साथ रखें। अपने ड्यूटी स्थल के नजदीकी ड्यूटी स्थलों और उन पर लगे पुलिस बल के बारे में भी जानकारी रखें। पुलों और आने-जाने के रास्तों पर भिखारियों, फड़वालों और लोगों को न बैठने दें। स्नान करने के बाद लोगों को घाटों पर न रुकने दें।  आने वाले सभी श्रद्धालुओं से कोविड से सबंधित नियमों का पालन कराएं। जनसेवा का भाव से अपनी ड्यूटी करें। सभी अधिकारी उदाहरण पेश करते हुए अपने फ़ोर्स का नेतृत्व करें। अपने अधीनस्थों की अच्छे से ब्रीफिंग करें।

जिलाधिकारी हरिद्वार सी रविशंकर द्वारा कुम्भ पुलिस के सभी अधिकारी/जवानों को निर्देशित किया गया कि वे स्नान पर्व के दौरान ड्यूटी करते समय कोविड के सम्बंध में जारी S.O.P. का सही से पालन कराये। स्नान घाटों पर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का पूरी तरह से पालन करायें। शाही स्नान से पहले हमारे पास कई मौके हैं कि हम अपनी मेला व्यवस्थाओं से सम्बंधित कमियों को दूर कर सकें, इसलिए लगातार इस बारे में काम करते रहें और अपना फीडबैक देते रहें। जो जवान टीकाकरण नही करा पाए हैं वो जल्द से जल्द अपना टीकाकरण करा लें।

सुरजीत सिंह पंवार पुलिस अधीक्षक कुम्भ मेला 2021 हरिद्वार के द्वारा बताया गया कि जिन लोगों को कोविड के टीकाकरण में रजिस्ट्रेशन सम्बंधित दिक्कत हो रही है वो शीघ्र अवगत कराएं ताकि उनका विधिवत रजिस्ट्रेशन कराकर टीकाकरण कराया जा सके। संजय गुंज्याल पुलिस महानिरीक्षक कुम्भ मेला 2021 हरिद्वार द्वारा अपने सम्बोधन में उपस्थित पुलिस बल को कहा गया कि सर्वप्रथम अपनी ड्यूटी के सम्बंध में ये जानें कि आपकी ड्यूटी कहाँ लगी है, क्यों लगी है, ड्यूटी के दौरान क्या करना है और आपकी ड्यूटी का क्या प्रभाव मेला व्यवस्था पर है। यदि आप अपनी ड्यूटी से जुड़ी ये बातें अच्छे से समझ लेंगे तो ड्यूटी के दौरान कोई कठिनाई नही होगी। भगदड़ सम्भावित स्थानों पर किसी भी रूप में भीड़ को इकट्ठा न होने दें। व्यवहारिकता के साथ ड्यूटी करें, स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं के साथ मधुर व्यवहार करें और स्नान पर्व ड्यूटी को पुण्य कार्य मानकर निभाएं। इसके अलावा अपनी आँख-कान खुले रखें और सतर्क रखे। अपने ड्यूटी स्थल पर किसी भी प्रकार की लावारिस वस्तुओं को नजर में रखें। अंत मे श्री गुंज्याल द्वारा गंगा मैया की जय के उदघोष के साथ ब्रीफिंग का समापन किया गया।

बसंत पंचमी स्नान पर्व पर पुलिस व्यवस्था
स्नान पर्व की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने हेतु संपूर्ण मेला क्षेत्र को 09 जोन एवम 25 सेक्टरों (01 जीआरपी तथा 01 यातायात के सेक्टर सहित) में बांटकर पुलिस बल की ड्यूटी लगाई जा चुकी है। प्रत्येक जोन में प्रभारी अधिकारी के रूप में अपर पुलिस अधीक्षक और सेक्टरों में पुलिस उपाधीक्षक को नियुक्त किया गया है।

जोन का विवरण:-

  1. प्रथम जोन – हर की पैड़ी
    सेक्टर: हर की पैड़ी, हरिद्वार, मंशा देवी
  2. द्वितीय जोन – गौरीशंकर
    सेक्टर: नील धारा, गौरीशंकर
  3. तृतीय जोन – भूपतवाला
    सेक्टर: भीमगोडा, भूपतवाला, रायवाला, सप्तसरोवर
  4. चतुर्थ जोन – पंतद्वीप
    सेक्टर : पंतद्वीप, लालजी वाला, रोड़ी, बेलवाला
  5. पंचम जोन – कनखल
    सेक्टर : कनखल, बैरागी, दक्ष द्वीप
  6. षष्ठम जोन – ज्वालापुर क्षेत्र
    सेक्टर : ज्वालापुर, रानीपुर, मायापुर
  7. सप्तम जॉन – ऋषिकेश
    सेक्टर : ऋषिकेश, लक्ष्मण झूला, मुनि की रेती, नीलकंठ
  8. अष्ठम जोन – यातायात
    सेक्टर : सम्पूर्ण मेला क्षेत्र हाई वे
  9. नवम जॉन – जीआरपी
    सैक्स्टर : जीआरपी

जल पुलिस
स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं के गंगा में पैर फिसल कर बहने और डूबकर मृत्यु होने की घटनाओं पर अंकुश लगाए जाने हेतु जल पुलिस, SDRF और आपदा राहत दल की सम्मिलित ड्यूटी सभी आवश्यक उपकरणों और बोट सहित 06 संवेदनशील स्थानों पर लगाई गई है:-

  1. हर की पैड़ी
  2. भूमा निकेतन
  3. प्रेमनगर आश्रम
  4. जटवाड़ा पुल
  5. नमामि गंगे घाट चंडी घाट
  6. ऋषिकेश के मुख्य घाटों

बम निरोधक दस्ता
वर्तमान समय मे आतंकवादी घटनाओं के दृष्टिगत बम निरोधक दस्ते की 07 टीमों की ड्यूटी मेला क्षेत्र में लगाई गई है। उक्त टीमें किसी भी बम को निष्क्रिय करने के आधुनिक उपकरणों से लैस रहेंगी।

घुड़सवार पुलिस
मेला क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिये घुड़सवार पुलिस की 02 शिफ्टों में 2-2 घोड़ों सहित 09 स्थानों पर तैनाती रहेगी।

अग्निशमन सेवा
मेले के दौरान अग्निकांड से सुरक्षा के लिये अग्निशमन पुलिस की 15 टीमें हरिद्वार में और 05 टीमें ऋषिकेश क्षेत्र में संवेदनशील स्थानों पर समस्त अग्निशामक उपकरणों/वाहनों सहित 24 घण्टे पारी वार नियुक्त रहेंगी।

चैकिंग-फ्रिस्किंग एवं अभिसूचना संकलन
मेला क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की विध्वंसक वस्तु अथवा अवैध अस्त्र-शस्त्र न ला सके इसके लिये विभिन्न स्थानों में अभिसूचना इकाई की 12 अलग-अलग टीमें हैंड हेल्ड मैटल डिटेक्टर और डोर फ्रेम मैटल डिटेक्टर सहित दिन-रात चैकिंग-फ्रिस्किंग और अभिसूचना संकलन का कार्य करती रहेंगी।

खोया-पाया सेल
स्नान पर्व की भीड़ में अपने परिजनों से बिछुड़ कर गुम हो जाने वाले लोगों की खोजबीन के लिये 03 स्थानों 1. गंगा सभा प्रसारण केंद्र, 2. नगर नियंत्रण कक्ष, 3. रेलवे स्टेशन हरिद्वार पर खोया-पाया केंद्रों की व्यवस्था की गई है।

थर्मल स्क्रीनिंग और सैम्पलिंग टीम की सहयोगी टीम
मेला क्षेत्र में कोविड संक्रमण के दृष्टिगत श्रद्धालुओं थर्मल स्क्रीनिंग और सैम्पलिंग करने वाली स्वास्थ्य विभाग की 18 टीमों के साथ सहयोग के लिए 18 पुलिसकर्मियों को भी नियुक्त किया गया है।

संचार व्यवस्था
सम्पूर्ण स्नान पर्व के दौरान मेला नियंत्रण भवन में संचार पुलिस बल के लगभग 96 अधिकारी-कर्मचारी मुस्तैदी से 24 घण्टे निर्बाध रेडियो संचार व्यवस्था बनाये रखने का उत्तरदायित्व निभाएंगे। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र को मुनि की रेती और ट्रैफिक ग्रिड सहित 05 ग्रिडों में विभाजित कर संचार व्यवस्था बनाई गई है।

सीसीटीवी कैमरा
रेडियो संचार व्यवस्था के अतिरिक्त संचार पुलिस द्वारा सीसीटीवी कैमरों के नेटवर्क को संभालने का कार्य भी किया जाएगा। मेला क्षेत्र में सतर्क दृष्टि बनाये रखने के लिये वर्तमान में मैपिंग किये गए 1150 निजी/ संस्थागत कैमरों के साथ-साथ 96 पुलिस कैमरों का प्रयोग भी किया जाएगा।

बसन्त पंचमी स्नान पर्व पर लगने वाला अन्य पुलिस बल:-
नागरिक पुलिस बल : 1690 अधिकारी-कर्मचारी
अर्धसैनिक बल/उत्तराखंड PAC
कुल 17 कम्पनी, 02 प्लाटून:
BSF : 03 कम्पनी,
CISF : 02 कम्पनी,
CRPF : 03 कम्पनी,
ITBP : 02 कम्पनी
SSB : 02 कम्पनी
उत्तराखंड PAC: 05 कम्पनी, 02 प्लाटून
SDRF : 02 टीमें
NSG: 01 टीम (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड्स)
ATS : 02 टीम (आतंकवाद निरोधक दस्ता)

यातायात पुलिस : 153 अधिकारी-कर्मचारी।

अभिसूचना इकाई: 47 अधिकारी-कर्मचारी
होमेगार्डस:  1300 अधिकारी-कर्मचारी



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