न्यूज 127. दीपक चौहान।
थाना श्यामपुर पुलिस ने तीन दिन पहले जिस छात्र को अवैध स्मैक के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था वह जांच में निर्दोष निकला। अब पुलिस जेल में बंद छात्र को रिहा कराने के लिए न्यायालय में अपना पक्ष रखकर निर्दोष छात्र को रिहा कराने की कार्रवाई करेगी। इस पूरे मामले में श्यामपुर पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहा है। लोगों का कहना है कि यदि पुलिस उसी दिन युवक की बातों पर विश्वास कर जांच पड़ताल कर लेती तो उसे जेल नहीं जाना पड़ता।
बतादें 7 जनवरी को श्यामपुर पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक युवक को जो ग्राम मीठीबेरी लालढांग का रहने वाला था 171 ग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया था। युवक को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया था जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था। युवक से हुई पूछताछ में उसके द्वारा खुद को साजिशन फंसाने की बात कही गई थी, उसने अपने आपको बेगुनाह ही बताया था। हालांकि उस वक्त थाना श्यामपुर पुलिस ने उसकी बाइक से मिली स्मैक के आधार पर कार्रवाई की थी।
वहीं इस मामलें में छात्र के परिजनों ने भी पुलिस अधिकारियों के सामने बेटे के बेगुनाह होने की बात कही। कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने स्वयं पूरे मामले का संज्ञान लिया। एक बीएससी स्टूडेंट का पूरा करियर “चरस” रखने जैसे गंभीर अपराध के कारण तबाह होने की संभावना के चलते एसएसपी द्वारा तुरंत टीम गठित की।एसपी सिटी पंकज गैरोला, सीओ सिटी जूही मनराल एवं थानाध्यक्ष नितेश शर्मा से एसएसपी लगातार जानकारी लेते रहे। इसके सार्थक परिणाम सामने आए।
थाना श्यामपुर पुलिस ने जब गहराई से छानबीन शुरू की तो पूरे मामले ने ही करवट ले ली। पुलिस छानबीन में युवक वाकई में निर्दोष पाया गया। जांच में पता चला कि युवक BSc का छात्र है और घटना वाले दिन भी वह पेपर देकर कॉलेज से घर जा रहा था। पुलिस सबसे पहले तहकीकात करने कुंवर प्रभा पीजी कॉलेज पहुंची जहां उसने परीक्षा दी थी। अलग-अलग जगह पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की गई तो सच सामने आ गया। कॉलेज की पार्किंग में कैमरे में 2 अज्ञात व्यक्ति युवक की बाइक में चोरी छिपे चरस रखते दिखायी दिये। जिसके बाद श्यामपुर पुलिस फुटेज में कैद व्यक्तियों को पहचान कर पकड़ने में जुट गई। 48 घंटे के भीतर घटना के मास्टरमाइंड अनूप गुप्ता पुत्र नरेश गुप्ता निवासी लालढांग थाना श्यामपुर को पुलिस ने हिरासत में लिया। पूछताछ में असली वजह सामने आ गई।
पूछताछ में पता चला कि एनडीपीएस में जेल भेजे गए बीएससी स्टूडेंट का मुख्य आरोपी की बेटी से प्रेम प्रसंग चल रहा था जो आरोपी को पसंद नहीं था इसलिए आरोपी ने युवक को फंसाने के लिए अपने एक साथी की मदद से पूरा प्लान बनाकर युवक की मोटरसाइकिल में चोरी छुपे चरस रख दी और उसको जेल भिजवा दिया। युवक को निर्दोष साबित करने के लिए माननीय न्यायालय से अब हरिद्वार पुलिस पत्राचार करेगी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल विवेचना में समस्त तथ्यों को लेते हुए सीसीटीवी फुटेज को भी विवेचना में शामिल किया गया और बयान गवाहन के आधार पर विवेचना में अभियुक्त अनूप गुप्ता पुत्र स्वर्गीय नरेश गुप्ता निवासी लालढांग थाना श्यामपुर को दिनांक 09-01-2024 को हिरासत पुलिस लिया गया। जिसका रिमांड माननीय न्यायालय से लेकर पूर्व में गिरफ्तारशुदा बीएससी स्टूडेंट युवक की धारा-189 bnss की रिपोर्ट माननीय न्यायालय प्रेषित की जा रही है ताकि उसका भविष्य बचाया जा सके चूंकि अजय उपरोक्त का मुकदमे में कोई संलिप्तता नहीं पाई गई। इसलिए अजय उपरोक्त का नाम विवेचना से पृथक कर अनूप गुप्ता उर्फ छुनिया का नाम विवेचना में शामिल कर विवेचना की जा रही है।