नवीन चौहान
रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में सीआईएसएफ कैंपस के पीछे जंगल में मिले एक युवक के बरामद शव को गुलदार के हमले से जोड़कर देखा जा रहा है। संभावना जताई जा रही कि गुलदार युुवक को उठाकर ले गया। जिसकी वजह से उनकी मृत्यु हो गई। जबकि घटनास्थल पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारी इस युवक की मौत के पीछे गुलदार का हमला होने से साफ इंकार कर रहे है। वन अधिकारियों को आशंका है कि किसी ने युवक की हत्या करके शव को ठिकाने लगाया है। हालांकि ये पूरा मामला तो युवक की शिनाख्त और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पायेगा। लेकिन अगर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवक की मौत हत्या साबित हुई तो गुलदार तो बेचारा मुफ्त में ही बदनाम हुआ।
घटनाक्रम के मुताबिक शनिवार दोपहर को एक बकरी चराने वाले युवक ने पुलिस को सूचना कि सीआईएसएफ कैंपस के पीछे के जंगलों में एक युवक का शव पड़ा हुआ है। सूचना पर पुलिस पहुंच गई तथा वन विभाग के अधिकारी भी पहुंच गए। शव बहुत ही क्षत विक्षत हालात में था। शव मिलने की सूचना पर भारी संख्या में पब्लिक भी मौके पर पहुंच गई। अफवाह फैल गई कि गुलदार के हमले से युवक की मौत हुई है। ये खबर आग की तरह सोशल मीडिया पर फैल गई कि गुलदार ने युवक पर हमला किया जिससे उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंचे जिला वनाधिकारी आकाश वर्मा, रेंजर दिनेश नौटियाल, वन दारोगा ओपी सिंह ने शव को बारीकी से देखा तथा गहनता से छानबीन की। वन अधिकारियों को घटनास्थल के आसपास कहीं गुलदार के पैंरों के निशान दिखाई नही दिए। मौके पर युवक का सिर घड़ से अलग पड़ा था तथा एक गमछा और कमीज भी बरामद हुई। रानीपुर कोतवाली प्रभारी शंकर सिंह बिष्ट के मुताबिक युवक की आयु करीब 30 से 35 साल के बीच है। तथा उसे किसी जानवर ने ही अपना शिकार बनाया है। शर्ट पर निशान किसी जानवर के निशान दिखाई पड़ रहे है। शव में किसी प्रकार का कोई कीड़ा नही लगा है। जबकि शव कोई दो दिन पुराना प्रतीत हो रहा है। हालांकि हत्या या जानवर के हमले की बात तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही साफ हो पायेगी। वही डीएफओ आकाश वर्मा का मानना है कि मौके पर गुलदार के पैंरो के निशान नही है। वहीं शव को जिस तरह से खाया गया है वह गुलदार का खाया हुआ प्रतीत नहीं हो रहा है। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।