नवीन चौहान, हरिद्वार। नगर निगम बनने के बाद पहले मेयर बने मनोज गर्ग की पत्नी संगीता गर्ग को पटखनी देने के बाद भाजपा की वरिष्ठ नेत्री अन्नु कक्कड़ ने टिकट दावेदारी में बाजी मार ली। भाजपा ने अन्नु कक्कड़ को पार्टी प्रत्याशी घोषित कर दिया। जिसके बाद अन्नु को बधाई देने वालों का तांता लग गया। केबिनेट मंत्री मदन कौशिक के खेमे से जुड़ी मेयर के टिकट की दावेदारी कर रही अन्नु कक्कड़ को जीत दर्ज कराने की जिम्मेदारी भी अब मदन कौशिक के कंधों पर आ गई है। इसी के साथ अन्नु कक्कड़ ने नगर निगम की मेयर बनने की दिशा में कदम बढ़ा दिये है।
करीब दो दशकों से सक्रिय राजनीति में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने वाली भाजपा नेत्री अन्नु कक्कड़ एकाएक हरिद्वार की राजनीति में सुर्खियों में आ गई। अन्नू कक्कड़ लक्सर की मूल निवासी है। जबकि करीब डेढ़ दशक से आर्यनगर ज्वालापुर में निवास करती है। अन्नु के पति प्रोपर्टी के कारोबार से जुड़े है। जबकि अन्नु कक्कड़ केबिनेट मंत्री मदन कौशिक के साथ कदम से कदम मिलाकर भाजपा को मजबूत करने का कार्य करती रही। भाजपा के किसी भी कार्यक्रम में अन्नु कक्कड़ मदन कौशिक के साथ देखी जाती रही है। केबिनेट मंत्री और नगर विधायक मदन कौशिक की सबसे विश्वासपात्र अन्नु कक्कड़ ने निकाय चुनाव में मेयर के टिकट के लिये पार्टी में आवेदन किया था। अन्नु के मुकाबले में पूर्व मेयर मनोज गर्ग की धर्मपत्नी संगीता गर्ग और सभासद सुभाष की धर्मपत्नी किरण जैसल मजबूत दावेदारी कर रही थी। लेकिन अन्नु कक्कड़ ने पूर्व मेयर की पत्नी को पटखनी दी और टिकट हासिल करने में पहली जीत दर्ज कर ली। अन्नु को टिकट मिलना ही मदन कौशिक के विश्वासपात्र होने का सबसे बड़ा प्रमाण है। जबकि मनोज गर्ग की पत्नी का टिकट कटने को लेकर केबिनेट मंत्री सतपाल महाराज से विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। लेकिन किरण जैसल का टिकट कटना किसी के गले नहीं उतर रहा है। आखिरकार संगीता और किरण की तुलना में मदन कौशिक की सबसे विश्वासपात्र नेत्री के रूप में अन्नु कक्कड़ पार्टी का टिकट हासिल करने में कामयाब रही। वैसे हरिद्वार की राजनीति के महारथी मदन कौशिक संगीता गर्ग के पति मनोज गर्ग को और किरण जैसल के पति सुभाष को समझा बुझाकर पार्टी हित में कार्य करने के लिये मना लेंगे। मदन कौशिक की यही खूबी ही उनको हरिद्वार का एकमात्र लीडर बनाती है।