न्यूज 127.
हरिद्वार का होप इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग सफलता के पथ पर लगातार अपने कदम आगे बढ़ा रहा है। मरीजों की सेवा करना अपना ध्येय बनाकर संस्थान के संचालक और उनकी टीम चिकित्सा सेवा में अपना योगदान दे रहे हैं। कॉलेज में इस बार नर्सिंग के कोर्स भी शुरू किये गए। पहले बैच का बुधवार को शपथ ग्रहण समारोह मनाया गया।

छात्र-छात्राओं का शपथ ग्रहण समारोह में कॉलेज के डायरेक्टर डाक्टर एसके मिश्रा ने बीएससी नर्सिंग और जीएनएम के प्रथम बैच के छात्र-छात्राओं को सत्य निष्ठा की दिलाई शपथ। इस दौरान उन्होंने भावी नर्सिंग स्टॉफ से कहा कि अपने जिस उद्देश्य के लिए वह इस फील्ड में कदम रख रहे हैं उसकी चुनौतियों को स्वीकारते हुए मरीज की सेवा को प्रथम स्थान देते हुए कार्य करना है। ऐसा करने से न केवल वह अपने संस्थान का नाम रोशन करेंगे बल्कि अपने माता पिता और समाज का भी सम्मान बढ़ाएंगे।

न्यूज 127 से बात करते हुए डॉ एसके मिश्रा ने बताया कि उनका प्रयास है कि चिकित्सा सुविधाओं के क्षेत्र में वह मरीजों को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराएं ताकि किसी भी मरीज को इलाज के लिए बाहर ना जाने पड़े। खासतौर पर कैंसर के मरीजों को अब अत्याधुनिक और एडवांस टैक्नॉलाजी के साथ यहीं होप इंस्टीट्यूट में ही इलाज उपलब्ध कराया जाने लगा है। इससे गंभीर स्टेज के मरीजों की भी जान बचायी जा रही है। होप इंस्टीट्यूट में अब वो इलाज भी उपलब्ध हो गया है जिसके लिए मरीजों को विदेश जाना पड़ता था। कहा कि इस कार्य को पूरा करने में चुनौती बहुत थी, लेकिन हमनें चुनौतियों का सामना किया और आज उसका सफल परिणाम देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इस सफलता में इंस्टीट्यूट के चिकित्सकों और स्टॉफ समेत पूरी टीम का सक्रिय योगदान रहा।

नर्सिंग का कोर्स कर रही राशि शर्मा ने बताया कि नर्सिंग उसका सपना था, अब वह सपना पूरा होने जा रहा है। कोर्स पूरा करने के बाद वह मरीजों की सेवा करने में अपना पूरो योगदान देगी। अदिति ने कहा कि कोर्स पूरा होने पर वह मरीजों की सेवा में ही अपना समय देगी। संस्थान द्वारा जो भी शिक्षा दी जा रही है उसका अपने कर्मस्थल पर पूरा प्रदर्शन कर समाज की सेवा करूंगी। समीर शाह ने बताया कि एक अच्छे माहौल में यहां पढ़ायी का मौका मिला है। पढ़ायी पूरा करने के बाद वह अपने दायित्वों का सही निर्वहन करेंगे। मरीजों की सेवा ही अपनी प्राथमिकता बनाकर रखेंगे। आथ शपथग्रहण समारोह के दौरान जो आशीर्वचन डायरेक्टर सर से मिले हैं, उन्हें जीवन मे आत्मसात करने का संकल्प सभी स्टूडेंटस ने लिया।