नवीन चौहान, हरिद्वार। अवैध संबंधों में महिला और पुरूष बेवफाई का रास्ता अख्तिआर कर रहे हैं। इन संबंधों को निभाने की खातिर कत्ल तक करने पर आमादा हो गये है। भगवानपुर की दो घटनाओं में बेवफाई उजागर हुई है। जहां महिलाओं ने अपने अवैध संबंधों को निभाने के लिये रिश्तों की मर्यादाओं को तार-तार करते हुये हत्याकांड को अंजाम दे दिया। एक महिला ने अपने पति को जहर देकर मारने का प्रयास किया। जब सफल नहीं हुई तो प्रेमी के साथ मिलकर गला दबाकर हत्या कर दी। जबकि दूसरी घटना में महिला ने पति की मौत के बाद सगे भतीजे से जिस्म की भूख मिटाई। जब भतीजे से दिल भर गया तो उसके दोस्त अंशुल से अवैध संबंध बनाने शुरू कर दिये। आखिरकार महिला ने भतीजे की हत्या कराकर पुलिस को चकमा देने के लिये दुर्घटना दिखाने का प्रयास किया। एसओ भगवानपुर राजीव चौहान और उनकी पुलिस टीम ने दोनों ही केस में गहनता से पड़ताल करते हुये हकीकत जनता के सामने रखी। सभी कातिलों को सलाखों के पीछे डाला। ये कोई पहली घटनायें नहीं है। इससे पूर्व भी कई बार कातिल बने महिला और पुरूषों ने बेवफाई की। सात जन्मों का साथ निभाने के शादी के पवित्र बंधन को तोड़ा। अवैध संबंधों की खातिर खून से अपने हाथ रंग लिये। लेकिन इन हत्याकांड के खुलासे के बाद समाज को सोचने पर विवश कर दिया है कि आखिरकार समाज किस दिशा में आगे बढ़ रहा है। शिक्षा और नैतिक मूल्यों की कमी के चलते और जिस्म की भूख मिटाने के लिये इंसान कातिल बन रहा हैं।
केस नंबर-1
–भगवानपुर थाना क्षेत्र के गांव रोहालकी निवासी प्रवीण का शव संदिग्ध परिस्थितियों में घर से बरामद हुआ। प्रवीण की शादी कोमल से हुई थी। कोमल ने पुलिस को कई बार बरगलाने का प्रयास किया। लेकिन जब पुलिस ने कोमल के बयानों में विरोधाभास के बाद सख्ती से पूछताछ की तो अवैध संबंधों की हकीकत उजागर हो गई। कोमल के नीरज नाम के व्यक्ति से अवैध संबंध थे। दोनों की दोस्ती फेसबुक पर हुई। जिसके बाद कोतल बेवफा हो गई। कोमल ने अपने पति प्रवीण की हत्या करने का ताना बाना बुन डाला। प्रवीण को दो बार जहर देने का प्रयास किया गया। जब सफल नहीं हुई तो कोमल ने नीरज के साथ मिलकर प्रवीण की गला दबाकर हत्या कर दी। जबकि मौत को प्रवीण की बीमारी दिखाने का प्रयास किया।
केस नंबर-2-
संजय हत्याकांड की मास्टर माइंड रजनी के पति की मौत तीन साल पहले हो गई थी। पति की मौत के बाद रजनी ने अपने भतीजे संजय से अवैध संबंध स्थापित कर लिये। जब रजनी का मन संजय से भर गया तो उसने संजय के दोस्त अंशुल से दोस्ती कर ली। अंशुल को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। हवस की आग में इस कदर अंधी हो गई कि अंशुल को संजय की हत्या करने के लिये राजी कर लिया। अंशुल और जगमाल की मदद से रजनी ने अपने मंसूबों को पूरा किया। इस हत्याकांड को दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया गया। लेकिन भगवानपुर थाना प्रभारी राजीव चौहान ने रजनी के सभी मंसूबों पर पानी फेर दिया। रजनी के कारण कई घर बर्बाद हो गये।