विधायक स्वामी यतीश्वरानंद ने केबिनेट मंत्री मदन पर संपत्ति हड़पने का लगाया आरोप




नवीन चौहान
गुरूकुल महाविद्यालय की संस्था को दान में मिली संपत्ति का विवाद सुर्खियों में है। भाजपा के ग्रामीण विधायक स्वामी यतीश्वरानंद ने अपनी ही पार्टी के केबिनेट मंत्री मदन कौशिक और उनके समर्थकों पर संपत्ति को कब्जाकर खुर्द—बुर्द करने का आरोप लगाया है। उन्होंने पूरे मामले में सीबीआई,सीबीसीआईडी व अन्य जांच एजेंसियों से जांच कराने की मांग की है। इसी प्रकरण में बीते रोज गुरूकुल महाविद्यालय में काफी बबाल हुआ था। पुलिस पूरे प्रकरण में दोनों पक्षों को शांत कराती दिखाई पड़ी थी। सत्ताधारी पार्टी के विधायक और मंत्री समर्थकों के बीच के विवाद में पुलिस फूंक—फूंक पर कदम बढ़ा रही है।


हरिद्वार प्रेस क्लब में सार्वदेशिक आर्य समाज के प्रधान यति यज्ञ मुनि महाराज ने प्रेस वार्ता के दौरान गुरुकुल महाविद्यालय की संपत्ति विवाद पर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि संस्था का गौरवशाली इतिहास रहा है। स्वामी दर्शनानंद महाराज को भूमि दान में मिली थी। जिसको वर्तमान में कब्जाने का प्रयास किया जा रहा है। जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आर्य समाज के लोग महाविद्यालय की एक इंच भूमि भी खुर्दबुर्द नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि छावृत्ति घोटाले का आरोपी अनिल गोयल फर्जी तरीके से संस्था का मंत्री बना हुआ है। केबिनेट मंत्री के संरक्षण के चलते ही वह जेल से बाहर घूम रहा है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय की भूमि को बचाने के लिए शीघ्र ही संतों का एक प्रतिनिधिमण्डल गृहमंत्री व रक्षा मंत्री से मुलाकात करेगा। यदि जरूरत पड़ी तो पीएम से मिलकर भी अपनी पीड़ा को व्यक्त किया जाएगा। देहरादून जाकर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को भी पूरे प्रकरण से अवगत कराया जायेगा। यदि फिर भी न्याय नहीं मिलता है तो वे सत्याग्रह करने को बाध्य होंगे।

हरिद्वार ग्रामीण सीट से भाजपा के विधायक स्वामी यतीश्वरानंद ने अपनी ही पार्टी के मंत्री मदन कौशिक पर फिर से महाविद्यालय की सम्पत्ति को हड़पने के प्रयास करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आर्य समाज की संस्था में नियम के मुताबिक वही व्यक्ति सदस्य या पदाधिकारी बन सकता है, जो आर्य समाज से जुड़ा हो। किन्तु मंत्री मदन कौशिक को आर्य समाज का एक भी नियम मालूम नहीं है। फिर वे कैसे संस्था के किसी पद पर रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि मामला न्यायालय के विचाराधीन है और न्यायालय ने यथा स्थिति बनाए रखने के आदेश दिए है। ऐसे में कब्जे का प्रयास न्यायालय की अवमानना है। उन्होंने कहा कि सरकार को सत्य का पता लगाने के लिए किसी भी एजेंसी से जांच करानी चाहिए। विधायक ने कहा कि देश का समूचा आर्य समाज महाविद्यालय की भूमि को बचाने के लिए एकजुट है और इसे किसी भी कीमत पर खुर्दबुर्द नहीं होने दिया जाएगा। प्रेसवार्ता में स्वामी सुचेतानंद, स्वामी शिवानंद सरस्वती, मेनपाल आर्य, आचार्य बलवंत सिंह, जगपाल आर्य, यश्वीर सिंह आर्य आदि मौजूद थे।



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