आकाश कुमार, गाजियाबाद। नोएडा के चर्चित निठारी कांड के एक और मामले में शुक्रवार को फैसला सुनाया गया। सीबीआई कोर्ट के विशेष न्यायधीश ने मोनिंदर सिंह पंधेर और नौकर कोली को 9वें मामले के लिए दोषी ठहराते हुए फांसी की सजा सुनाई है। सजा सुनने के बाद आरोपी नौकर सुरेंद्र कोली के आंसू निकल आए। अदालत ने इस मामले को भी रेयर कैटगरी में रखते हुए मौत तक लटकाए जाने का फरमान सुनाया।
– गाजियाबाद की डासना जेल में सजा काट रहे सुरेंद्र कोली और मोनिंदर सिंह शुक्रवार को विशेष सीबीआई जज पवन कुमार तिवारी की अदालत में पेश हुए। जहां कोर्ट ने दोनों फांसी की सजा सुनायी।
– बता दें कि निठारी कांड में मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली के खिलाफ 16 मुकदमे चल रहे हैं। इससे पहले 8 मामलों में विशेष अदालत से फैसला सुनाया जा चुका है।
– 20 जून, 2005 को 8 साल की एक बच्ची नोएडा के निठारी इलाके से अचानक गायब हो गई थी।
– इसके बाद से इस इलाके में लगातार बच्चे गायब होने लगे। एक साल तक लगातार बच्चों के गायब होने का यह सिलसिला चलता रहा और करीब दर्जनभर बच्चे गायब हो गए।
– बड़ी संख्या में बच्चों के लापता होने पर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया था। पुलिस ने इस मामले में लापता बच्चों का पता लगाने के लिए बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया।
– 7 मई 2006 को 21 साल की एक और लड़की जब गायब हुई तो पुलिस को अहम सुराग उसके मोबाइल से मिला। उसके बाद मोनिंदर सिंह पंढेर का नाम सामने आया।
– शुक्रवार को अंजलि प्रकरण में सजा सुनाते हुए कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा अंजलि मामले में दोनों को तब तक फांसी के तख्ते पर लटकाया जाए, जब तक उनके प्राण ना निकल जाएं।