हरिद्वार पुलिस की सूझबूझ से उपद्रवियों के मंसूबे फेल, जानिए पूरी खबर




नवीन चौहान,
हरिद्वार। भारत बंद के आहवान पर हाथों में लाठी डंडे लेकर बाजार बंद कराने सड़कों पर निकले दलित समाज के लोगों ने जबरन बाजार बंद कराये। रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर रेल रोकने का प्रयास किया। इससे पहले की आंदोलन करने वाली भीड़ में शामिल उपद्रवी तत्व उग्र तेवरों के साथ शहर की फिजा को बिगाड़ने का प्रयास करते हरिद्वार पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया।

हरिद्वार पुलिस ने बड़ी ही सूझबूझ का परिचय देते हुये उपद्रवियों के मंसूबों को फेल कर दिया। हालांकि दलित समाज के लोगों ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया नारेबाजी की। लेकिन पुलिस ने विवाद और टकराव की स्थिति नहीं आने दी। खूफिया विभाग की टीम पल-पल की जानकारी जुटाकर अधिकारियों को सूचित करती रही। खुद एसएसपी कृष्ण कुमार वीके बहादराबाद और रूड़की में डटे रहे। जबकि एसपी सिटी ममता वोहरा हरिद्वार और ज्वालापुर के हालात को काबू करती दिखाई दी। समस्त क्षेत्राधिकारी और थानों की पुलिस फोर्स व पीएसी आंदोलन करने वाली भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास करते दिखाई दिये।

विगत दिनों कोर्ट ने एससीएसटी कानून में दर्ज मुकदमों से पूर्व जांच करने के निर्णय के बाद दलित समाज बेहद खफा है। इसी नाराजगी को व्यक्त करने और केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिये दो अप्रैल को दलित समाज की ओर से भारत बंद का आहवान किया गया। इसी बंद को सफल बनाने के लिये हरिद्वार और रूड़की में भी हजारों की संख्या में दलित समाज के लोग प्रदर्शन करने के लिये सड़कों पर उतरे। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में लाठी डंडे लेकर ज्वालापुर, हरिद्वार, रेलवे स्टेशन के आसपास के बाजार जबरन बंद कराने शुरू कर दिये। इस बात की जानकारी लगते ही एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने तत्काल पुलिस फोर्स को एक्शन में रहने के लिये निर्देशित किया। पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया। हरिद्वार पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के आसपास तैनाती ले ली।

पुलिस प्रदर्शनकारियों की हरकतों पर नजर रखने लगी। आंदोलनकारियों नारेबाजी करते रहे। लेकिन भीड़ को उकसाने वाले उपद्रवी तत्व पुलिस की मौजूदगी में तोड़फोड़ व आगजनी की घटनाओं को अंजाम नहीं दे पाये। आखिरकार सड़कों पर अपना विरोध प्रदर्शन करने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन देकर वापिस लौट गये। आंदोलनकारियों के जाने के बाद हरिद्वार पुलिस ने भी राहत की सांस ली। हालांकि हरिद्वार पुलिस उपद्रवियों से निबटने के लिये पूरी तरह तैयार रही।


पुलिस ने बढ़ाया दुकानदारों का हौसला
प्रदर्शनकारियों ने एक बार तो शहर की फिजा को बिगाड़ने के लिये दुकाने बंद कराने का दबाव बनाया। उन्होंने दुकानों के शटर पर लाठियां फटकारी। दुकानदारों से अभद्र व्यवहार किया। भारी भीड़ को देखते हुये दुकानदारों ने कुछ देर के लिये दुकाने बंद भी कर ली। लेकिन भारी संख्या में पुलिस के पहुंचते ही दुकानदारों के हौसले भी बढ़ गये। दुकाने पूर्व की भांति खुली रही। पुलिस कानून व्यवस्था को कायम रखने में सफल रही।



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