DAV डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल में संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की मनाई गई जयंती




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न्यूज127
डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल जगजीतपुर में संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। स्कूल के प्रधानाचार्य मनोज कुमार ​कपिल ने डॉ अंबेडकर के जीवन व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। उनके जीवन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातों को बच्चों बताते हुए उनके बताए मार्ग का अनुसरण करने की प्रेरणा दी। डीएवी स्कूल के ने डॉ अंबेडकर के संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पाठ का कार्यक्रम की शुरूआत की।


14 अप्रैल 2025 का दिन डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल का प्रांगण भारत के गौरवशाली संविधान के नाम डॉ भीमराव अंबेडकर के नाम रहा। स्कूल प्रांगण में डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में एनएसएस स्वयंसेवियों ने भाग लिया। मंच का संचालन पालक्षी और रवनीत ने मिलकर किया। कार्यक्रम की शुरुआत संविधान की प्रस्तावना के सामूहिक पाठ से हुई, जिससे छात्रों में संवैधानिक मूल्यों के प्रति जागरूकता का संदेश गया।


इसके बाद, अन्वी सिन्हा ने अपने प्रभावशाली भाषण
के माध्यम से डॉ. अंबेडकर के जीवन और उनके संघर्षों पर प्रकाश डाला। भूमि अरोड़ा एवम आस्था गुप्ता ने भावनात्मक कविता के माध्यम से बाबा साहेब के विचारों और उपलब्धियों को प्रस्तुत किया। छात्रों ने डॉ. अंबेडकर के सामाजिक योगदान, संविधान निर्माण में उनकी भूमिका और समरसता के विचारों को रेखांकित किया।कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती पूनम गक्खड ने बच्चो को डॉ बीआर अंबेडकर की उपलब्धियो के बारे में अवगत कराया ।


कार्यक्रम के अंत में रिद्धि गर्ग ने सभी का ध
न्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य मनोज कपिल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ. अंबेडकर जैसे महान व्यक्तित्वों से प्रेरणा लेना हम सभी के लिए आवश्यक है। उन्होंने बाबा साहेब के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।


इस कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती पूनम गक्खड़ और श्रीमती अमिता सिंह का योगदान रहा। उन्होंने पूरे आयोजन को सुचारू रूप से संचालित किया।
यह कार्यक्रम न केवल श्रद्धांजलि का प्रतीक था, बल्कि छात्रों में सामाजिक समरसता, समानता और न्याय के मूल्यों को आत्मसात करने की प्रेरणा भी बना। इसी के साथ अन्य दिवसों पर भी विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के द्वारा जैसे पोस्टर प्रतियोगिता, निबंध एवं भाषण प्रतियोगिता आदि के द्वारा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतों एवं विचारों पर चलने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित किया गया एवं किया जाएगा।